नई दिल्ली: हाल ही मे हॉलीबुड अभिनेत्री सेलेना गोमेज ने अपने साइकोटिक डिसऑर्डर के लोगो से अपील की,  वह साइकोटिक डिसऑर्डर के बारे मे जागरूक हो. उन्होने साइकोटिक डिसऑर्डर के बुरे समय के बारे मे भी बताया.  साइकोटिक डिसऑर्डर मे बिताया गया, समय उनकी जिंदगी का सबसे कठिन समय था.वह इस बीमारी से अकेले ही जूझ रही थी. साथ ही उन्होने बताया लोगो को इस बीमारी के बारे मे समझाना बहुत ही ज्यादा मुश्किल होता है. कैसे और कौन से लक्षण होने पर आपको साइकोटिक डिसऑर्डर के इलाज पर ध्यान देना चाहिए - 
1. यह एक पुरानी मानसिक बीमारी है जिसके कारण लोगों को भ्रम, पैदा होने लगता है. इससे पीड़ित लोग को लगता है कि जो वो सोच रहे है वह सच में उनके आस-पास है. 
2. यह कई तरह की मानसिक बीमारी को बढ़ावा दे सकती है, जिनमे सिज़ोफ्रेनिया और मूड स्वींगस जैसे वॉयपोलर डिसऑर्डर ( bipolar disorder )  का कारण भी बन सकती है.
 3. यह एक अल्पकालिक मानसिक विकार है, जो एक महीने से भी कम समय तक रहता है. परन्तु सही इलाज न मिलने पर यह बहुत भंयकर रूप ले सकता है.
4.  इस बीमारी के कारण लोग कल्पना मे ही रहते है, इससे उनकी रोजमर्रा की जिंदगी मे अनचाहे बदलाव होने लगते है.
5. साइकोटिक डिसऑर्डर से पीड़ित लोग चीज़ों को देखने, सुनने, महसूस करने, चखने या सूंघने का अनुभव धीरे – धीरे खो देते है.
6. यह लोगों मे बोलने की समस्या भी बढ़ा देता है. इस समस्या से पीड़ित लोगो को अक्सर स्पीच थेरेपी की जरूरत पड़ती है.
7. साइकोटिक डिसऑर्डर से पीड़ित लोगो को अंधेरे में रहने की आदत पड़ जाती है.
8. इस बीमारी से पीड़ित लोग कई बार सुसाइड करने की भी कोशिश करने लगते है.


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Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.


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