नई दिल्ली. जी हाँ, भारत की ये मशीन मारेगी कोरोना वायरस को . फिलहाल तो ये दावा है जो कि शुरूआती स्तरों पर कामयाब भी लग रहा है और इसके दावेदार हैं दिल्ली और गुरुग्राम के वैज्ञानिक जिनका कहना है कि दुनिया को मारने वाले कोरोना वायरस को मार देगी उनकी ये मशीन. ये दावा बहुत उत्साहजनक है क्योंकि यदि ऐसा हो गया तो न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में कोरोना वायरस को जड़ से खत्म करने के लिए मिल जायेगा एक हथियार.जिसकी दुनिया के हर देश को अत्यंत आवश्यकता है. यदि सब कुछ ठीक रहा तो शीघ्र ही बाजार में उपलब्ध हो जायेगी कोरोना वायरस को खत्म कर वाली ये मशीन.


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यूवी ब्लास्टर नाम है इस मशीन का 


अब भारत कोरोना को वश में करने नहीं बल्कि कोरोना का वध करने की दिशा में काम कर रहा है. हरियाणा के प्रमुख औद्योगिक नगर गुरुग्राम में तैयार हो रही है यह गेमचेंजर मशीन. और इसके अविष्कारक वैज्ञानिक हैं तपन शारदा जिन्होंने अपने तीन साथी वैज्ञानिकों के सहयोग कोरोना को परास्त करने के संकल्प को सच कर दिखाया है और कोरोना वायरस का नाश करने वाली एक मशीन तैयार करने में कामयाबी पाई है. वैज्ञानिक तपन शारदा की इस मशीन का नाम है यूवी ब्लास्टर अर्थात अल्ट्रा वायरस ब्लास्टर. 


डीआरडीओ ने शामिल कर लिया है अपनी सूची में 


दिल्ली और गुरुग्राम के चार वैज्ञानिकों, तपन शारदा, समीर शारदा, डॉ. हरीबाबू श्रीवास्तव और डॉ. अनूप शाह के इस महात्वाकांक्षी अनुसंधान को  रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की स्वीकृति प्राप्त हो गई है और भारत के इस प्रमुख रक्षा अनुसंधान संगठन ने इसे अपनी सूची में शामिल भी कर लिया है. अब कोरोना-संहारक मशीन यूवी ब्लास्टर शीघ्र ही बाज़ार में उपलब्ध होने वाली है. यूवी ब्लास्टर को गुरुग्राम की कंपनी न्यू ऐज इंस्ट्रूमेंट्स एंड मेटेरियल्स ने की लैस्टेक लैब के सहयोग से तैयार किया है. डीआरडीओ ने अपनी लेबोरेट्री में सभी स्तरों पर जांच में सही पाने के बाद इसे अपनी सूची में सम्मिलित कर लिया है.



 


डीआरडीओ के महती प्रयास को जाता है श्रेय 


भारतीय रक्षा रक्षा मंत्रालय का रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन कोरोना के निवारण की दिशा में हर प्रयास को संभावना बनाने में जुटा हुआ है. इस संगठन के अंतर्गत लगभग 50 प्रयोगशालाएं कार्यरत हैं और इन सभी को कोरोना वायरस से युद्ध के लिए तकनीक विकसित करने का निर्देश दिया गया है. इसी महती प्रयास के क्रम में दिल्ली स्थित की लैस्टेक लैब ने यूवी ब्लास्टर तैयार करने के लिए टेक्नोलॉजी का विकास करने में सैद्धांतिक रूप से सफलता पाई और फिर इसके प्रोडक्शन की जिम्मेदारी न्यू ऐज इंस्ट्रेमेंट्स एंड मेटेरियल्स नामक कंपनी को सौंप दिया है. तकनीक मिल जाने के बाद न्यू ऐज इंस्ट्रेमेंट्स एंड मेटेरियल्स कंपनी के निदेशक तपन शारदा एवं समीर शारदा ने इसे मिशन के तौर पर लिया और दिन रात एक करके चार हफ्ते के भीतर इसको प्रोडक्ट रूप में तैयार करके लैब को सौंप दिया. 


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