नई दिल्ली: दिल्ली सरकार द्वारा संचालित मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर, एनईईटी-पीजी 2021 काउंसलिंग में देरी को लेकर चल रहे देशव्यापी आंदोलन के तहत बृहस्पतिवार से सभी नियमित और आपातकालीन सेवाओं का बहिष्कार करेंगे.


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तीन अस्पतालों के डॉक्टर के कर रहे विरोध प्रदर्शन


इस बीच केंद्र द्वारा संचालित तीन अस्पतालों में बुधवार को लगातार तीसरे दिन भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा.


लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) के सदस्यों ने आंदोलन के तहत बुधवार को परिसर के निकट सड़कों पर मार्च निकाला. इस दौरान कनॉट प्लेस के पास तख्तियां लिए सैकड़ों डॉक्टरों ने नारेबाजी की.


लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल परिसर नजदीक में स्थित है. मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (एमएएमसी) में आरडीए के उपाध्यक्ष डॉ आकाश यादव ने बुधवार को कहा कि एसोसिएशन के सदस्य बृहस्पतिवार सुबह से ''आईसीयू और कोविड वार्डों को छोड़कर'' सभी सेवाओं का बहिष्कार करेंगे.


डॉक्टरों ने OPD में इलाज से किया  इनकार


लोक नायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल, जीबी पंत अस्पताल और गुरु नानक आई सेंटर एमएएमसी से जुड़े हैं.


एलएनजेपी दिल्ली सरकार द्वारा संचालित शहर का सबसे बड़ा अस्पताल है और कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई का मुख्य केंद्र है.


एमएएमसी आरडीए ने मंगलवार देर रात जारी एक बयान में कहा, "दिल्ली के कई संस्थानों द्वारा बहिष्कार के बाद भी हमने आपातकालीन सेवाओं का संचालन जारी रखा.


लेकिन सरकार की उदासीनता और भारी बोझ तले दबे डॉक्टरों की दुर्दशा ने हमें 09/12/21 (बृहस्पतिवार) से ओपीडी, ओटी, वार्ड और आपातकालीन सेवाओं सहित सभी सेवाओं का पूर्ण बहिष्कार करने के लिए मजबूर किया है.


गंभीर रूप से बीमार मरीजों के हितों की रक्षा के लिए आईसीयू और कोविड वार्डों का कामकाज प्रभावित नहीं होगा.''


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