नई दिल्ली. जल्द ही आप पर महंगाई का बोझ बढ़ने वाला है. आने वाले समय में डेली यूज में आने वाले सामानों से लेकर, बैंकिंग, पढ़ाई और होटल में रुकना इन सभी के लिए आपको पहले के मुकाबले अपनी जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी. 


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क्यों बढ़ रही हैं कीमतें


अब दही, पनीर, शहद, मांस और मछली जैसे डिब्बा बंद और लेबल-युक्त या ब्रांडेड चीजें महंगी हो जाएंगी. ऐसा इसलिए, क्योंकि इन खाद्य पदार्थों पर माल एवं सेवा कर यानी जीएसटी लगाने का फैसला हुआ है. मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक जीएसटी परिषद ने राज्यों के वित्त मंत्रियों के समूह की ज्यादातर सिफारिशों को मान लिया है


बैंक का ये काम और पढ़ाई भी होगी महंगी


जीएसटी काउंसिल द्वारा लिए गए फैसले के बाद अब चेक जारी करने के एवज में बैंकों की तरफ से लिये जाने पर शुल्क पर भी जीएसटी देना पड़ेगा. चेक जारी करने पर बैंकों द्वारा लिये जाने वाले शुल्क पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगेगा. इसके अलावा पढ़ाई लिखाई में यूज होने वाले सामान चार्ट पेपर और एटलस नक्शे पर भी अब 12 फीसदी का जीएसटी लगेगा. वहीं खुले में बिकने वाले बिना ब्रांड वाले उत्पादों पर जीएसटी छूट जारी रहेगी.


होटलों में रुकना हो जाएगा


इन सभी के अलावा अब होटलों में रुकना भी महंगा होने वाला है. 1 हजार रुपये प्रतिदिन से कम किराये वाले होटल कमरों पर 12 प्रतिशत की दर से कर लगाने की बात कही गयी है. अभी इसपर कोई कर नहीं लगता है. इसके अलावा कसीनो, ऑनलाइन गेमिंग और घुड़दौड़ पर 28 प्रतिशत जीएसटी लगने की संभावना है. 


आज है जीएसटी मीटिंग का आखिरी दिन


बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में दो दिवसीय जीएसटी मीटिंग का आज आखिरी दिन है. चंडीगढ़ में निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी परिषद की 47वीं बैठक हो रही है. 


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