Covid New Variant: कितना घातक, वैक्सीन असर करेगी या नहीं एक क्लिक में जानें जरूरी सवालों के जवाब
Covid New Variant: वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने JN.1 वेरिएंट को `वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट` घोषित किया है. कोरोना का ये वेरिएंट धीरे-धीरे भारत में भी पैर पसार रहा है. इससे बचने के लिए इन जरूरी बातों का जरूर ध्यान में रखें.
नई दिल्ली: Covid New Variant: भारत में कोविड का नया वेरिएंट JN.1 ने अपने पैर पसारने शुरु कर दिए हैं. इस वेरिएंट का पहला मामला केरल में मिला था. वहीं अब ये धीरे-धीरे उत्तर भारत में भी फैल सकता है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने JN.1 वेरिएंट को 'वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' घोषित किया है. स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार अगर आप कोरोना के इस नए वेरिएंट से बचना चाहते हैं तो कोविड-19 को लेकर जो नियम बनाए गए थे उन्हें जरूर फॉलो करें. JN.1 से जुड़ी इन बातों का समय रहते जरूर ध्यान रखें.
क्या है JN.1 वेरिएंट
कोविड 19 के इस वेरिएंट JN.1 का सबसे पहला मामला अमेरिका के लक्जमबर्ग में मिला था. यह ओमिक्रोन का सब वेरिएंट BA.2.86 है, जिसे पिरोला के तौर पर भी जाना जाता है. भारत में JN.1 का सबसे पहला मामला 8 दिसंबर को केरल में सामने आया था. बता दें कि 79 साल की एक बुजुर्ग महिला इस वायरस के संक्रमण का शिकार हुई थीं. JN.1 वेरिएंट की रीप्रोड्यूसिबिलिटी और ट्रांसमिशन अन्य वेरिएंट की तुलना में ज्यादा तेज है. इस कारण यह ओमिक्रॉन से भी तेज फैल रहा है.
कितना घातक है JN.1 वेरिएंट
CDC के मुताबिक ऐसे कोई सबूत नहीं है, जिससे ये पता चल सकता है कि JN.1 वेरिएंट बाकी वेरिएंट की तुलना में ज्यादा खतरनाक है. इसके अनुसार भले ही यह वेरिएंट इम्यून सिस्टम को चकमा दे सकता हो, लेकिन इससे अस्पताल में भर्ती होने या अधिक गंभीर हालत होने का खतरा कम है.
क्या वैक्सीन JN.1 वेरिएंट से सुरक्षा दिला सकते हैं?
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (CDC) ने JN.1 वेरिएंट से बचने के लिए अपडेटेड कोरोनो वायरस वैक्सीन लेने की बात कही है. इसके मुताबिक मौजूदा कोरोना वायरस के टेस्ट,उपचार और वैक्सीन वैसे ही काम करेंगे जैसे वे पुराने वेरिएंट में करते थे. अमेरिका में कोरोना से लड़ने के लिए फाइजर-बायोएनटेक, मॉडर्ना और नोवावैक्स वैक्सीन का इस्तेमाल किया जाता है.
किन देशों में फैल रहा है JN.1 वेरिएंट
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक कोरोना का JN.1 वेरिएंट अब तक 41 देशों में फैल चुका है, जिसमें फ्रांस, अमेरिका, सिंगापुर, कनाडा, ब्रिटेन और स्वीडन जैसे बड़े देश शामिल हैं.
JN.1 वेरिएंट के लक्षण
JN.1 वेरिएंट के लक्षण भी कोविड 19 की तरह ही है. इससे संक्रमित होने पर आपको बुखार, गले में खराश, थकान, सिरदर्द, नाक बहना, खांसी, कंजेशन और कुछ मामलों में स्ट्रो इंटेस्टाइनल की समस्या हो सकती है. किसी भी व्यक्ति को अगर ये लक्षण नजर आते हैं या वे इस वे इससे संक्रमित होते हैं तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवाएं.
कैसे करें बचाव
कोविड 19 के इस वेरिएंट से बचने के लिए ज्यादा भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न जाएं. किसी भी तरह की पार्टी और शादी-विवाह जैसे बड़े समारोह में जाने से भी खुद को रोकें. इसके अलावा लोगों से हाथ न मिलाएं, किसी समय-समय पर अपने हाथों को धोते रहें और उन्हें सेनेटाइज करें. वैसे तो घर से बाहर कम ही निकलें, लेकिन अगर निकलते भी हैं तो मास्क लगाकर ही बाहर जाएं. इसके लिए कोविड से संक्रमित होने पर बिना डॉक्टर की सलाह लिए कोई भी दवाई न लें.
Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.
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