नई दिल्लीः हिमाचल प्रदेश सरकार ने 31 मार्च तक दो साल की सेवा पूरी कर चुके संविदा कर्मचारियों की सेवाओं को नियमित कर दिया है. रविवार को इसकी घोषणा की गई. साथ ही 30 सितंबर तक दो साल की सेवा पूरी करने वालों को भी उसके बाद नियमित किया जाएगा. 


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दिहाड़ी मजदूरों की सेवा भी नियमित करने का फैसला
इसके अलावा सरकार ने 31 मार्च तक चार साल की सेवा पूरी कर चुके दिहाड़ी मजदूरों की भी सेवाएं नियमित करने का फैसला किया है. जिनकी सेवा 30 सितंबर तक चार साल पूरी होने वाली है, उन्हें भी उसी हिसाब से नियमित किया जाएगा. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सरकार की ओर से सभी अधिसूचनाएं जारी कर दी गई हैं.


कर्मचारियों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है सरकारः सीएम
मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि वर्तमान सरकार कर्मचारियों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और कर्मचारियों के लाभ के लिए कई कदम उठाए गए हैं. सीएम ने कहा कि राज्य की संकटपूर्ण वित्तीय स्थिति के बावजूद कर्मचारियों और पेंशनधारियों को 3 प्रतिशत महंगाई भत्ता पहले ही जारी किया जा चुका है.


पुरानी पेंशन बहाली की मांग को भी किया गया पूराः सुक्खू
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार ने एनपीएस कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को बहाल कर कर्मचारियों की लंबे समय से चली आ रही मांग को भी पूरा किया है. इस फैसले से 1.36 लाख कर्मचारियों को फायदा हुआ है.


बता दें कि हिमाचल प्रदेश के अलावा राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड और पंजाब में भी पुरानी पेंशन योजना बहाल की जा चुकी है. इसके अलावा भी कई राज्यों में पुरानी पेंशन बहाली की मांग सरकारी कर्मचारियों की ओर से की जा रही है. पुरानी पेंशन व्यवस्था की जगह अब कर्मचारियों को नई पेंशन योजना का लाभ मिलता है. साल 2004 से नियुक्ति पाए कर्मचारियों को एनपीएस का लाभ मिलता है.


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