Home Remedy to decrease Heart Attack Chance: मौजूदा समय में जितनी तेजी से तकनीक हमारी जिंदगी में जगह बनाती चली जा रही है उतनी ही तेजी से लोगों के लिये खुद को शारीरिक रूप से फिट रख पाना आसान नहीं हो रहा है. पिछले कुछ समय में हृदय रोग की समस्या में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है और हर बीते साल के साथ युवाओं में इसका संक्रमण बढ़ता ही नजर आ रहा है. कोरोना वायरस की महामारी के बाद हार्ट अटैक का शिकार होने वाले लोगों की संख्या दुनिया भर में बढ़ी है जिसमें भारत भी शामिल है.


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कोरोना के बाद लोगों में बढ़ा है हार्ट-अटैक का खतरा


हार्ट अटैक से बचने के लिये आमतौर पर डॉक्टर्स नियमित रूप से व्यायाम करने की सलाह देते हैं लेकिन आज भी ज्यादातर भारतीयों के लिये यह कर पाना आसान नहीं है. यूनाइटेड नेशन्स के अनुसार भारतीय आदतों को देखते हुए हर व्यक्ति को हार्ट अटैक से बचने के लिये हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट तक एक्सरसाइज करनी चाहिये, लेकिन करीब 50 प्रतिशत भारतीय ऐसा नहीं कर पाते हैं.



नियमित रूप से ऐसा न कर पाने के चलते भारतीय नागरिकों में हृदय  रोग, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज आदि की समस्या तेजी से बढ़ती हुई देखी जा रही है. ऐसे में हम आपको आज हार्ट अटैक के लक्षण और उसके खतरे को कम करने का ऐसा तरीका बताएंगे जिसके लिये आपको ज्यादा मेहनत करने की दरकार नहीं है.


जानें क्या हैं हार्ट अटैक के लक्षण


यह मान लेना आसान है कि आपके सीने में दर्द गैस या एसिड रिफ्लक्स है. लेकिन, अगर आपका दर्द नया है, बार-बार होता है, या आपको रात में जगाए रखता है, तो तुरंत आपातकाल नंबर पर कॉल करें. अगर आपको ये दिक्कत होती है तो इसे दिल के दौरे के सामान्य लक्षण समझा जा सकता है:


दर्द, निचोड़ना, जकड़न, दबाव, या आपकी बाहों (विशेष रूप से आपकी बाईं बांह) या छाती में दर्द. कभी-कभी यह आपकी पीठ, जबड़े या गर्दन तक फैल सकता है.


सांस लेने में कठिनाई


अचानक पसीना या चिपचिपा


थकान या आसानी से थक जाना


लंबे समय तक रहने वाली खांसी


पेट में दर्द, नाराज़गी, अपच या मतली


सिर का हल्का होना या चक्कर जैसा महसूस होना


खर्राटे


टखनों या पैरों में सूजन


कैसे 50 प्रतिशत तक कम हो जाएगा हार्ट अटैक का खतरा


अमेरिका की मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी में हार्ट अटैक के खतरे को लेकर एक रिसर्च की है जिसमें इस बीमारी के खतरे को 50 प्रतिशत तक कम करने का रास्ता बताया गया है. इसके अनुसार अगर आपकी उम्र में 60 या 60 साल से अधिक है तो आपको हर रोज 6 से 9 हजार कदम चलना चाहिए.


रिसर्चर्स ने अपनी स्टडी के दौरान पाया कि रोजाना 2000 कदम चलने वाले लोगों की तुलना में 6000 से 9000 कदम चलने वाले लोगों को दिल का दौरा पड़ने की संभावना 40 से 50 प्रतिशत कम हो जाती है. इस रिसर्च में अमेरिका और 42 अन्य देशों के 20,000 से अधिक लोगों का डेटा का एनालिसिस किया गया है.


(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)


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