नई दिल्ली.  दुनिया में इम्युनिटी अर्थात रोग प्रतिरोधक क्षमता पहले कभी इतनी महत्वपूर्ण नहीं थी जितनी आज हो गई है. चीनी वायरस ने महामारी फैला कर दुनिया के लोगों को स्वास्थ्य के मूलभूत रक्षाकवच अर्थात इम्युनिटी की याद दिला दी है. ऐसे में आज हमें ये ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि कहीं हम अपनी इम्युनिटी खो तो नहीं रहे हैं.


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लक्षण नंबर वन ये है 


यदि कोई पुरानी बीमारी हो या बहुत शराब /सिगरेट की लत हो तो रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होना स्वाभाविक है. किन्तु यदि नींद पूरी न हुई हो, और तनाव होने पर आपको थकान का एहसास हो या हर वक्त थकान महसूस होती हो तो आप समझ जाइये कि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो गई है.


लक्षण नंबर दो और तीन


वैसे तो मौसम बदलने पर हम कभी-कभी बीमार पड़ ही जाते हैं और ज्यादातर ऐसा देखने में आता है बरसात के मौसम में जब अक्सर सर्दी-जुकाम और बुखार हमें तकलीफ दे देते है. लेकिन यदि आपको दिख रहा हो कि आप बार-बार बीमार हो रहे हैं तो समझ जाइये कि आपकी इम्यूनिटी कमजोर हो चुकी है. इसके अलावा यदि पाचन संबंधी समस्याएं आपको प्रायः घेर लेती हों तो संकेत बता रहे हैं कि रोग प्रतिरोधक क्षमता दुर्बल है आपकी.


लक्षण नंबर चार और पांच


यदि आपके शरीर पर कोई घाव हमेशा की तरह जल्दी-जल्दी न भर रहा हो तो ये चिन्ता की बात है जो बताती है कि इम्यूनिटी कमजोर हो चुकी है आपकी. और इसी तरह यदि आपको एलर्जी की शिकायत है और उसके कारण आप प्रायः बीमार पड़ जाते हों तो ये भी इम्यूनिटी के कमजोर होने का ही एक लक्षण है.


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