एमफिल मान्यता प्राप्त डिग्री नहीं है, यूजीसी ने छात्रों और यूनिवर्सिटी को आगाह किया
जारी नोटिस में यूजीसी ने कहा कि एमफिल डिग्री को गैर-मान्यता प्राप्त घोषित करने के बाद भी कुछ विश्वविद्यालय इसके लिए प्रवेश दे रहे हैं. आयोग के सचिव मनीष जोशी ने ये जानकारी दी है.
नई दिल्ली. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने एमफिल पाठ्यक्रम को लेकर चेतावनी दी है. यूजीसी की ओर से कहा गया है कि यह मान्यताप्राप्त डिग्री नहीं है. यह कहते हुए विश्वविद्यालयों और विद्यार्थियों को भी ऐसे पाठ्यक्रमों में दाखिले को लेकर आगाह किया गया है.
क्या बोला आयोग
आयोग के सचिव मनीष जोशी ने कहा, ‘‘यूजीसी के संज्ञान में आया है कि कुछ विश्वविद्यालय एमफिल (Master of Philosophy) कार्यक्रम के लिए नये आवेदन आमंत्रित कर रहे हैं. इस संबंध में सभी (छात्रों और यूनिवर्सिटी) के ध्यान में लाया जा रहा है कि एमफिल डिग्री मान्यता प्राप्त डिग्री नहीं है.’’ जोशी ने कहा, ‘‘विद्यार्थियों को किसी एमफिल कार्यक्रम में प्रवेश नहीं लेने की सलाह दी जाती है.’’
क्या कहती है नियमावली
यूजीसी (पीएचडी डिग्री के लिए न्यूनतम अर्हता एवं प्रक्रिया) नियमावली, 2022 का नियम 14 स्पष्ट रूप से कहता है कि उच्च शिक्षण संस्थान एमफिल कार्यक्रम में प्रवेश की कोई पेशकश नहीं करेंगे.
प्रवेश रोकने को कहा
आयोग ने विश्वविद्यालयों को अकादमिक वर्ष 2023-24 के लिए किसी भी एमफिल कार्यक्रम में प्रवेश तत्काल रोक देने को कहा है. यूजीसी ने नवंबर 2022 में एमफिल कार्यक्रम को रोक दिया था. जोशी ने कहा, ‘‘पीएचडी के नियमों की अधिसूचना से पहले शुरू हुए एमफिल पाठ्यक्रम प्रभावित नहीं होंगे. वर्तमान छात्रों को एमफिल की डिग्री प्राप्त करने के लिए पाठ्यक्रम पूरा करने दिया जाएगा.’’ इसके लिए आधिकारिक सूचना यूजीसी की आधिकारिक वेबसाइट ugc.gov.in पर उपलब्ध है. कुछ विश्वविद्यालयों द्वारा एम.फिल (मास्टर ऑफ फिलॉसफी) कार्यक्रम के लिए नए आवेदन आमंत्रित करने के बाद यूजीसी ने 26 दिसंबर को आधिकारिक सूचना जारी की.
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