लखनऊ: उत्तरप्रदेश में बढ़ते अपराधों के बीच योगी सरकार के लिए एक चैन की सांस लेने वाली खबर आई है. उत्तरप्रदेश के बड़े जेलों में अब तकनीक का इस्तेमाल कर सभी कैदियों की हरकतों पर नजर रखी जाएगी. प्रयागराज में यह तकनीक लागू भी की जा चुकी है. प्रयागराज सेंट्रल जेल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी इन फॉर्म ऑफ वीडियो वॉल के जरिए जेल में कैदियों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी.


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लखनऊ हेडक्वार्टर से होगी सर्विलांस


जेलर ने बताया कि इस तकनीक के जरिए कौन सा कैदी कहां जा रहा है, क्या कर रहा है और समय पर एंटी ले रहा है या नहीं, इन सभी बातों का ख्याल रखा जा सकता है. सबकी देखरेख कंट्रोल रूम से रखी जाएगी. लाइव सीसीटीवी के जरिए जेल के हेडक्वार्टर जो राजधानी लखनऊ में होगा, वहां से सारी गतिविधियों की पड़ताल होती रहेगी. यह हाईटेक जेल की ही तो देन है कि प्रयागराज के नैनी में बसे जेल के कैदियों पर नजर रखी जा सकती है. 


अब कम दर्ज होंगी शिकायतें


जेल में बंद कैदियों को लेकर भी शिकायतें दर्ज कराई जाती है कि वह जेल से ही कई घटनाओं को अंजाम दे रहा है. इस तकनीक से यह भी पता चल जाएगा कि जेल के कैदी कहीं किसी षडयंत्र में तो शामिल नहीं हैं. इसे यूपी के अन्य जेलों में भी जल्द ही लागू किया जाएगा.