नई दिल्ली: देशभर में करोड़ों किसानों को पीएम किसान योजना से जोड़ा जा चुका है. इन किसानों के खाते में हर चार माह के अंतराल पर 2,000 रुपये की किस्त भेजी जाती है और सभी रजिस्टर्ड किसानों को सालाना 6,000 रूपये प्रदान किए जाते हैं. कल यानी सोमवार को इस योजना की 12वीं किस्त किसानों के खाते में ट्रांसफर की गई है. अगर आपके खाते में 12वीं किस्त के पैसे नहीं पहुंचे हैं, तो जानिए क्या हो सकता है बड़ा कारण:


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

खाते में क्यों नहीं आए 12वीं किस्त के पैसे?


योजना की किस्त किसानों के खाते में पहुंचने का एक बड़ा कारण यह है कि कई बार किसान योजना के लिए रजिस्ट्रेशन कराते समय जल्दबाजी में गलत जानकारी भर देते हैं. इस कारण उनकी किस्त अटक जाती है. आइए जानते हैं कैसे आप अपने योजना खाते से इन त्रुटियों को दूर कर सकते हैं. 


जानिए किन गलतियों के कारण अटक जाती है किस्त


कई किसान योजना के लिए रजिस्ट्रेशन करते समय हिंदी में अपना नाम भर देते हैं, जबकि आवेदक के लिए English में नाम भरना अनिवार्य है. 


कई बार किसान जल्दबाजी में रजिस्ट्रेशन करते समय अपने बैंक का IFSC कोड गलत भर देते हैं. इस कारण भी किसानों की किस्त अटक जाती है. 


कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जब आवेदकों ने अपना बैंक अकाउंट नंबर गलत दर्ज कराया है. जिस वजह से उनकी किस्त अटक जाती है.


कई किसान रजिस्ट्रेशन करते समय अपने गांव का नाम गलत भर देते हैं, जिस वजह से उनकी किस्त अटक जाती  हैं. 


जानिए किस तरह आप कर सकते हैं गलतियों में सुधार


योजना के लिए रजिस्ट्रेशन करते समय हुई गलतियों में सुधार करने के लिए सबसे पहले आपको pmkisan.gov.in वेबसाइट पर विजिट करना होगा.


इसके बाद आपको 'Farmers Corner' के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा. 


इसके बाद आपको 'Aadhaar Edit' का ऑप्शन दिखाई पड़ेगा. यहां पर आप अपने आधार नंबर में सुधार कर सकते हैं.


अगर आपने अपना बैंक अकाउंट नंबर गलत भर दिया है, तो आपको इसमें सुधार करवाने के लिए कृषि विभाग कार्यालय में या लेखपाल से संपर्क करना होगा. 


यह भी पढ़िए: Diwali से पहले केंद्र ने किसानों को दिया बड़ा तोहफा, 500 रुपये बढ़ाया गया इन फसलों का एमएसपी



Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.