नई दिल्ली: हिंदू धर्म में सावन मास का विशेष महत्व है. इस मास को साल के सबसे पवित्र माह में से एक माना जाता है क्योंकि सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है. भक्तगण भगवान शिव का जलाभिषेक, दुधाभिषेक करके उन्हें प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं. क्योंकि इस बार एक मास नहीं बल्कि 2 मास सावन का महीना होगा सावन माह के दौरान कांवड़ यात्रा भी होती है जानिए कब से शुरू हो रहा है सावन और कितने पड़ेंगे सोमवार


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4 जुलाई से शुरू हो रहा सावन महीना
इस बार सावन का पवित्र महीना 4 जुलाई 2023 से शुरू हो रहा है और 28 अगस्त 2023 को समाप्त होगा, यानि कि भक्तों को भोलेनाथ की उपासना के लिए पूरे 59 दिन मिलेंगे . ऐसा माना जा रहा है कि ऐसा सहयोग 19 साल बाद बन रहा है. आपको जानकर खुशी होगी कि भक्तों को महादेव की उपासना करने के लिए इस बार 4 नहीं बल्कि 8 सोमवार मिलेंगे. चलिए जानते हैं कि इस बार ऐसा सहयोग क्यों बन रहा है. 


जानें सहयोग बनने का कारण 
वैदिक पंचांग की गणना सौर मास और चंद्र मास के आधार पर की जाती है, जिसमें चंद्र मास 365 दिन का होता है और तीसरे साल यह अंतर बढ़कर 33 दिन का हो जाता है, ऐसे में इस बार सावन का महीना दो महीने का होने वाला है  


सावन सोमवार का महत्व 
हिंदू धर्म में सावन के महाने का बहुत महत्व है. भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए भक्त पूरे विधिविधान से भोलेनाथ की अराधना करते हैं. इसके साथ ही कुंवारी कन्याएं मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए सोलह सोमवार का व्रत भी करती हैं. 


सावन सोमवार की तारीखें 
पहला सोमवार: 10 जुलाई
दूसरा सोमवार: 17 जुलाई
तीसरा सोमवार: 24 जुलाई
चौथा सोमवार: 31 जुलाई
पांचवा सोमवार: 07 अगस्त
छठा सोमवार: 14 अगस्त
सातवां सोमवार: 21 अगस्त
आठवां सोमवार: 28 अगस्त


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