नई दिल्ली: Mini Brain News: दुनिया का पहला 'मिनी ब्रेन' बन गया है. इसे नीदरलैंड्स के हुब्रेक्ट इंस्टीट्यूट ने तैयार किया है. इस मिनी ब्रेन की साइज एक चावल के दाने जितनी है. रिसर्चर्स का मानना है कि इससे कई सारी दिमागी बीमारियों का इलाज संभव हो सकता है. 


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क्या है मिनी ब्रेन?
इस मिनी ब्रेन को दुनिया का पहला ब्रेन ऑर्गेनोइड कहा जा रहा है. शरीर के किसी भी अंग का हूबहू मॉडल बनाया जा सकता है, लेकिन ब्रेन का नहीं. मगर नीदरलैंड्स के इंस्टीट्यूट ने ब्रेन का ऑर्गेनोइड भी बना लिया है. ब्रेन एक एक छोटे से टिश्यू से इसे डवलप किया गया है और इसे ही 'मिनी ब्रेन नाम दिया गया है. इससे पहले वो मिनी ब्रेन बने जो, इंसानी टिश्यू की बजाय स्टेम सेल यानी पेड़ों के टिश्यू से बने हैं.


क्या बोले रिसर्चर्स?
हुब्रेक्ट इंस्टीट्यूट से जुड़े प्रोफेसर हंस क्लेवर्स ने बताया कि ब्रेन रिसर्च की दुनिया मे हमारा यह महत्वपूर्ण योगदान होगा. अब तक हम शरीर के हर अंग का ऑर्गेनोइड (3-डी मॉडल) बनाने के सक्षम थर, लेकिन हमारे सामने ब्रेन का ऑर्गेनोइड न बनने की चुनौती थी. अब हमने इस चुनौती को पार कर लिया है.


मिनी ब्रेन के क्या फायदे होंगे
नीदरलैंड्स के रिसर्चर्स द्वारा तैयार किया गया मिनी ब्रेन मानिसक बीमारियों के इलाज में मददगार साबित हो सकता है. इस मॉडल के जरिये अल्जाइमर, डिमेंशिया और माइक्रोसेफली जैसे बीमारियों के बारे में अधिक जानकारी मिल सकती है. साथ ही बच्चों को होने वाले ब्रेन कैंसर का भी इलाज मिलने की संभावना है.


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