नई दिल्ली. ये सत्र है 2020 -21 का और दिल्ली में निजी स्कूल हैं 1700. आज की तारीख में दिल्ली की आबादी एक करोड़ सत्तर लाख है जिसमें से लगभग बीस लाख लोग अपने बच्चों के लिए स्कूलों की तलाश में निकलेंगे..और आज से शुरू होगी ये भाग-दौड़. बच्चों हेतु शासकीय स्कूलों की संख्या लगभग तीन हज़ार है जो लोगों की प्राथमिकता सूचि में हमेशा दूसरे नंबर पर होते हैं. लेकिन प्रश्न ये उठता है कि क्या इतने स्कूल इन बच्चों के दाखिले के लिये पर्याप्त हैं? 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


निजी स्कूलों की प्रथम सूचि हुई जारी 


राजधानी में निजी स्कूलने ने नए शैक्षणिक सत्र हेतु प्रारम्भिक कक्षाओं में दाखिले की अपनी प्रथम सूचि जारी कर दी है. निजी स्कूलों में नर्सरी, केजी और पहली कक्षा में दाखिले चल रहे हैं और दाखिलों की प्रक्रिया भी आज से ही शुरू हुई है.


28 दिसंबर थी आवेदन की अंतिम तारीख 


दिल्ली के इन लगभग पौने दो हज़ार निजी स्कूलों ने नर्सरी कक्षाओं में दाखिले के लिए जो आवेदन पत्र मांगे थे उनकी अंतिम तिथि 28 दिसंबर थी. शिक्षा निदेशालय के दिशा-निर्देशों के तहत मांगे गए इन आवेदनों के आधार पर निजी स्कूलों ने कल शुक्रवार को बच्चों के दाखिले की अपनी-अपनी प्रथम सूचियां  जारी कर दी हैं. दूसरी तरफ शिक्षा निदेशालय ने अभिभावकों के लिए मदद का भी एक रास्ता खोल दिया है और दाखिले की सूची से सहमत ना होने की स्थिति में अभिभावक निदेशालय में शिकायत दर्ज करके एडमिशन हेतु पुनर्विचार की अपील कर सकते हैं.



पुनर्विचार हेतु तीन दिन की मुहलत 


शिक्षा निदेशालय ने उन अभिभावकों को पुनर्विचार की अपील करने के लिए तीन दिन का समय दिया है जो अपने बच्चों का नाम दाखिला सूचि में अनुपस्थित पा कर सूचि के औचित्य के प्रति असहमत हैं. शिक्षा निदेशालय के उक्त निर्णय ने इन अभिभावकों की अपील पर कार्रवाई करके उन्हें न्याय दिलाने का विकल्प खोल रखा है. 


ऑनलाइन ट्रैकिंग सुविधा है अभिभावकों के लिए 


अपने नन्हें बच्चों के स्कूली दाखिले की दौड़-भाग के दौरान अभिभावकों को परेशानी न हो, इस बात का ध्यान शिक्षा निदेशालय ने पूरा रखा है और ऐसे अभिभावक जो न्याय की मांग करते हुए अपने बच्चों के दाखिले हेतु पुनर्विचार की अपील करना चाहें, वे लिखित, ई-मेल या व्यक्तिगत संपर्क करके स्कूलों से इस संबंध में सवाल पूछ सकते हैं. अभिभावक 27 जनवरी से 3 फरवरी तक स्कूलों के समक्ष दाखिला सूची को लेकर अपील कर सकते हैं. 


ये भी पढ़ें. शाहीन बाग़ पर होगा आमना-सामना: सड़क खाली करवाने के लिए लोगों का फैसला