नई दिल्ली: 'द सन' में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक जो रिटायर्ड महिलाएं रोजाना 2 से ढाई घंटे की हल्की एक्सरसाइज करती हैं उनमें गिरकर चोट लगने की संभावना एक तिहाई कम हो सकती है. युनिवर्सिटी ऑफ सिडनी से जुड़े कुछ विशेषज्ञों का दावा है कि मांसपेशियों की स्ट्रेंथ बढ़ाने और बैलेंस बनाने की एक्टिविटी चोट लगने के खतरे को कम कर सकती है. 


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कसरत से कम होता है गिरने का खतरा 
'जामा नेटवर्क ओपन' में पब्लिश एक ऑस्ट्रेलियाई रिसर्च के मुताबिक जो वृद्ध महिलाएं हफ्ते में 5 बार रोज 30 मिनट के बराबर एक्सरसाइज करती हैं, उनमें गिरने पर चोट लगने की संभावना एक तिहाई तक कम हो जाती है. इसके अनुसार तेज चलना और हल्की एक्सरसाइज करना भी इस खतरे से आपको बचा सकती है. रिपोर्ट के मुताबिक तेज चलना मजबूत बनने और गिरने के जोखिम को कम करने के लिए पर्याप्त व्यायाम है. लेखक विंग क्वोक के मुताबिक दुनिया में दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा गंभीर चोंटें गिरने के कारण होती हैं. 


ऑस्ट्रेलियाई महिलाओं पर हुआ रिसर्च 
रिसर्च में ऑस्ट्रेलिया में 65-73 वर्ष की उम्र के बीच की 7,139 महिलाओं के डेटा का इस्तेमाल किया गया. इसमें पाया गया कि हर हफ्ते 150-300 मिनट एक्सरसाइज करने से गिरने का जोखिम 26 प्रतिशत कम हो जाता है, जबकि 300 मिनट से अधिक एक्सरसाइज करने से खतरा 34 प्रतिशत कम हो जाता है.  


रिटायर्ड लोगों को रहना चाहिए एक्टिव 
रिसर्च में यह भी पाया गया है कि बिल्कुल भी एक्सरसाइज न करने की तुलना में तेज चलना गिरकर चोट लगने के खतरे को 17 प्रतिशत तक कम करने के लिए पर्याप्त था. नेशनल हेल्थ सर्विस के मुताबिक रिटार्यड लोगों को हर दिन एक्टिव रहना चाहिए. इसमें घर का काम, घूमना, डांस क्लासेज और लॉन की घास काटना शामिल हो सकता है. इसके अलावा हफ्ते में दो दिन मांसपेशियों को मजबूत करने वाली एक्टिविटी भी शामिल होनी चाहिए. 


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