नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश के नागरिकों को सुगम यातायात की व्यवस्था के साथ ही पर्यावरण संरक्षण को लेकर सरकार इलेक्ट्रिक व्हीकल के संचालन पर फोकस कर रही है. प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में नगर विकास विभाग के माध्यम से पहले ही सैकड़ों इलेक्ट्रिक बसें संचालित की जा रही हैं तो वहीं अब योगी सरकार ने परिवहन विभाग के माध्यम से भी चुनिंदा रूट्स पर इलेक्ट्रिक बसों के संचालन का निर्णय लिया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर फिलहाल लखनऊ और गाजियाबाद में कुछ चुनिंदा मार्गों पर 100 इलेक्ट्रिक बसें चलाने की योजना है.


कुछ चुनिंदा मार्गों पर 100 इलेक्ट्रिक बसें चलाने की योजना
उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि परिवहन निगम की लखनऊ और गाजियाबाद में कुछ चुनिंदा मार्गों पर 100 इलेक्ट्रिक बसें चलाने की योजना है. प्रथम चरण में यह बसें पायलट तौर पर चलाई जाएंगी. बाद में फिर इसे प्रदेश के अन्य जनपदों में भी शुरू किया जाएगा.


लोगों को बेहतरीन और सस्ती परिवहन सेवा उपलब्ध होगी
परिवहन मंत्री ने बताया कि शीघ्र ही प्रदेश के लोगों को बेहतरीन और सस्ती परिवहन सेवा उपलब्ध होगी. अभी तक एसी बसों के लिए दो गुणा दो सीटिंग अरेंजमेंट बसों की स्वीकृति थी, लेकिन अब तीन गुणा सीटिंग अरेंजमेंट बस सेवा को नवीन अनुबंधित बस योजना के अंतर्गत अनुबंध किए जाने की योजना है. 


प्रति किमी कुल 30 पैसे का अंतर आएगा
उन्होंने बताया कि तीन गुणा सीटिंग कैपेसिटी वाली बसों का किराया 1 रुपये 63 पैसे प्रति किलोमीटर आएगा, जबकि दो गुणा सीटिंग अरेंजमेंट बसों का किराया 1.93 पैसे प्रति किमी आता है. इससे प्रति किमी कुल 30 पैसे का अंतर आएगा और लोगों को सस्ती एसी बस सेवा उपलब्ध हो सकेगी.


परिवहन मंत्री ने बताया कि साधारण और एसी बस मिलाकर कुल 1235 बसों को लेटर आफ इंटेंट जारी किया जा चुका है, इसमें से 770 बसों ने क्षेत्रों में संचालन प्रारंभ भी कर दिया है.


यह भी पढ़िएः 


 


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.