नई दिल्ली, Who is Karpuri Thakur: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को प्रधानमंत्री मोदी ने देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने का ऐलान किया है. बता दें कि आज कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती है. इससे एक दिन पहले मोदी सरकार ने उन्हें भारत रत्न दने का ऐलान किया है. कर्पूरी ठाकुर दो बार बिहार के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री रहे थे. जननायक के नाम से प्रसिद्ध कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की जानकारी राष्ट्रपति भवन से दी गई है. 


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कौन थे कर्पूरी ठाकुर...
स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक और राजनीतिज्ञ के रूप अपमनी पहचान बनाने वाले कर्पूरी ठाकुर को उनकी लोकप्रियता के कारण जन-नायक कहा जाता था. कर्पूरी ठाकुर का जन्म 24 जनवरी 1924 को समस्तीपुर जिले में हुआ था. कर्पूरी ठाकुर ने 1970 ने राजनीति में दमदार कदम रखा था. इसके बाद 22 दिसंबर 1970 को उनके हाथों में राज्य की कमान थी, लेकिन उनका यह कार्यकाल सिर्फ 163 दिन ही चल सका. इसके बाद साल 1977 में जनता पार्टी की जीत मिली, तब कर्पूरी ठाकुर को दूसरी बार बिहार का सीएम बनाया गया था.


समाज के दबे-पिछड़ों का सहारा बने थे ठाकुर...
कर्पूरी ठाकुर ने सिर्फ दो साल ही मुख्यमंत्री का कार्यभार संभाला. इसके बाद कर्पूरी ठाकुर पिछड़े, अति पिछले वर्गों का सहारा बने और उनके हितों के लिए काम करना शुरू किया. कर्पूरी ठाकुर ने बिहार में इन वर्गों के लिए मैट्रिक तक पढ़ाई मुफ्त में करवाने का ऐलान किया. इसके बाद बिहार में उनके नाम का डंका बजने लगा और आम जनता के बीच उनकी लोकप्रियता और भी अधिक बढ़ने लगी. साल 1988 में कर्पूरी ठाकुर का निधन हो गया था, लेकिन आज भी बिहार की राजनीति में उनके योगदान को याद किया जाता है.


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