नई दिल्ली.    चार कारण हैं जो भारत में या दुनिया में लोगों को कोरोना से बचा रहे हैं. चाहे कोरोना के संक्रमण की गति तीव्र हो या मद्धम, कोरोना से बचने वालों का एक ही सच है और वो है उनकी सावधानी जो उनको कोरोना से बचा रही है. आइये जानते हैं कि कौन सी हैं वे चार सावधानियां जो लोगों के काम आ रही हैं और वे कोरोना से बचे हुए हैं.


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धैर्यपूर्वक घर के अंदर रहना


वे लोग जो वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं अर्थात वे लोग जो घर के भीतर से अपने नौकरी-धंधे के काम को अंजाम दे रहे हैं, वे फायदे में हैं. इनके अलावा गृहणियां, बच्चे और स्कूल-कॉलेज के छात्र वे दूसरी श्रेणियां हैं जिनका घर से बाहर निकलना अनिवार्य नहीं हैं और वे घर के भीतर हैं. इसके अलावा बुजुर्ग लोग, पेंशनर लोग और बेरोजगार लोग भी ऐसी ही श्रेणियां हैं जिनको कोरोना काल में घर से बाहर निकलने की कोई ख़ास जरूरत नहीं है. ये सभी लोग वे लोग हैं जो सेफ ज़ोन में हैं. ये लोग कोरोना से बचे हुए हैं और बचे रहेंगे जब तक घर में रहेंगे.


मास्क और साबुन का इस्तेमाल 


अब वे लोग जो घर से बाहर निकल रहे हैं, चाहे उनको अपने दफ्तर जाना हो या अपने व्यवसाय-व्यापार के लिए निकलना हो या दुकान जाना हो - ये सभी खतरे के ज़ोन में हैं.  इनके लिए इनकी मदद का ब्रह्मास्त्र इनका मास्क है और इनके हाथ धोने की आदत इनका कवच है. सच तो ये है कि पूरे दिन बार-बार हाथ धोना नित्यप्रति व्यवहारिक रूप से सम्भव नहीं है. ऐसे में घर के बाहर आकर कुछ भी खाने के पहले या आंख नाक कान को हांथों से छूने से पहले साबुन से बीस सेकंड हाथ धोना बहुत ज़रूरी है.



 


सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान


सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना भी आसान काम नहीं है, यद्यपि यह असम्भव भी नहीं है किन्तु इसको चलाये रखना बहुत श्रम और ध्यान रखने की अपेक्षा करता है. आप घर के बाहर ऑफिस में हों या  बाज़ार में -लोगों से पर्याप्त दूरी बना कर चलने का आप जितना ज्यादा ध्यान रख सकेंगे, उतना ही अधिक फायदे में रहेंगे. यही वो चार अहम बातें हैं जिनका जरा सा ध्यान रख कर आप अपने को ही नहीं अपने परिवार को भी कोरोना की चपेट में आने से बचा सकते हैं. 


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