नई दिल्ली. इजिप्ट के राष्ट्रपति की हत्या हुई थी आज से उन्तालिस साल पहले. हैरानी इस बात की थी कि राष्ट्रपति के हत्यारे ने एक के बाद एक 34 गोलियां उनके सीने में उतार दीं थीं जबकि राष्ट्रपति ने तो तीन गोलियों के बाद ही दम तोड़ दिया था.
मोहम्मद अनवर सादात था नाम
अफ्रीकी देश इजिप्ट के इस राष्ट्रपति का नाम मोहम्मद अनवर सादात था जिसकी चारों तरफ सुरक्षा होने के बावजूद बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. 1970 में मिस्र के तीसरे राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी सादात ने और मरने से पहले ग्यारह साल देश की सेवा की थी.
खुद दी थी मौत को दावत
राष्ट्रपति ने खुद किया था अपने डेथ वारंट पर हस्ताक्षर जिसके बाद 06 अक्तूबर, 1981 को उनकी हत्या कर दी गई थी. इज़राइल से दोस्ती करके शांति से जीने की उनकी सोच ही उनकी जान ले बैठी.
कट्टरपंथियों ने की थी साजिश
सादात मिस्र की अर्थव्यवस्था को सुधारना चाहते थे और इज़राइल से मैत्री करना चाहते थे किन्तु इस विचार को कट्टरपंथियों ने पसंद नहीं किया. कट्टरपंथियों ने मिस्र के सेनाधिकारियों को मिला कर राष्ट्रपति की हत्या की साजिश की और 6 अक्तूबर, 1981 को मिस्र की विजय दिवस परेड के समय साजिश को अन्जाम दिया.
परेड के समय चलाईं गोलियां
जब मिस्र की राजधानी में विजय दिवस परेड चल रही थी तो परेड में भाग ले रहे ट्रकों के खेमे में से अचानक निकले कई सैनिकों ने लगातार गोलियां चला कर राष्ट्रपति को घटनास्थल पर ही ढेर कर दिया. सादात के बदन से कुल 34 गोलियां निकाली गईं थीं.
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