नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा एक बार फिर अपने बयान को लेकर फंस गई हैं. अक्सर यूपी की योगी सरकार पर निशाना साधने वाली कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा एख बार फिर विवादों में हैं.


झूठा बयान देने के आरोप में फंस गईं प्रियंका वाड्रा


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दरअसल, प्रियंका गांधी वाड्रा ने सियासत चमकाने के मकसद से ने आगरा में कोरोना से होने वाली मौतों पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को घेरने का प्लान बनाया, लेकिन वो इस जाल में खुद ही फंस गईं और उनके झूठ को लेकर सोशल मीडिया पर जबरदस्त भद्द पिट रही है.


ट्विटर पर #PriyankaJhoothiVadra कर रहा है ट्रेंड


इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर प्रियंका झूठी वाड्रा #PriyankaJhoothiVadra ट्रेंड कर रहा है. वहीं, प्रियंका गांधी वाड्रा के इस झूठ को लेकर अब आगरा के DM ने उनको नोटिस जारी कर दिया है और साथ ही 24 घंटे के भीतर अपने झूठे बयान का खंडन करने का आदेश दिया है.


दरअसल, प्रियंका गांधी वाड्रा ने कल एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने लिखा था कि "आगरा में 48 घंटे में भर्ती हुए 28 कोरोना मरीजों की मृत्यु हो गई. यूपी सरकार के लिए कितनी शर्म की बात है कि इसी मॉडल का झूठा प्रचार करके सच दबाने की कोशिश की गई. सरकार की नो टेस्ट=नो कोरोना पॉलिसी पर सवाल उठे थे लेकिन सरकार ने उसका कोई जवाब नहीं दिया. अगर यूपी सरकार सच दबाकर कोरोना मामले में इसी तरह लगातार लापरवाही करती रही तो बहुत घातक होने वाला है."



प्रियंका के इसी ट्वीट पर उनको नोटिस भेजा है. साथ ही डीएम ने ट्वीट कर खबर को गलत बताया. आगरा के डीएम की तरफ से नोटिस मिलने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा ने फिर सियासी खेल शुरू कर दिया और फिर से एक अन्य ट्वीट किया.


इस बार उन्होंने लिखा है कि "आगरा में कोरोना से मृत्युदर दिल्ली व मुंबई से भी अधिक है। यहाँ कोरोना से मरीजों की मृत्यदर 6.8% है. यहां कोरोना से जान गंवाने वाले 79 मरीजों में से कुल 35% यानि 28 लोगों की मौत अस्पताल में भर्ती होने के 48 घण्टे के अंदर हुई है. ‘आगरा मॉडल’ का झूठ फैलाकर इन विषम परिस्थितियों में धकेलने के जिम्मेदार कौन हैं? मुख्यमंत्री जी 48 घंटे के भीतर जनता को इसका स्पष्टीकरण दें और कोविड मरीजों की स्थिति और संख्या में की जा रही हेराफेरी पर जवाबदेही बनाएं"



प्रियंका गांधी के ट्वीट से साफ लगता है जैसे वो कह रही हैं कि 48 घंटे के अंदर 28 मौते हुई हैं. आगरा के जिलाधिकारी ने साफ किया है कि 28 ऐसे मरीज है जिनके भर्ती होने के 48 घंटे में उनकी मृत्यु हुई है, ना कि 48 घंटे में 28 मौते हुई हैं. जिलाधिकारी का कहना है कि इसे ठीक से नहीं देखा गया. वैसे आगरा में कोरोना से अब तक 79 मरीजों की मौत हो चुकी है.


प्रियंका गांधी यूपी में अपनी राजनीति चमकाने के लिए योगी सरकार पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं चूक रहीं. चाहे वो लॉकडाउन के दौरान अप्रवासी मज़दूरों को लाने के लिए बस देने की बात हो या प्रदेश में कोरोना से होने वाली मौत का मामला हो या फिर कानपुर के शेल्टर होम में लड़कियों के यौन शोषण का मसला.


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अखिलेश और मायावती से किनारा कर प्रियंका गांधी की पूरी कोशिश है कि 2022 के यूपी चुनाव में मुकाबला योगी बनाम प्रियंका हो. लेकिन इसके लिए गलत तथ्यों पर विवाद खड़ा कर प्रियंका अपना ही नुकसान कर रही हैं.


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