दिल्ली टाइम्स फैशन वीक 2024 में मयूरी मित्तल की `बोल्ड ब्यूटी गाला` कलेक्शन का जलवा
दिल्ली टाइम्स फैशन वीक 2024 के शानदार आयोजन में मिस एंड मिसेज रेड कार्पेट क्राउन ऑफ इंडिया की संस्थापक और सीईओ मयूरी मित्तल को बतौर प्रायोजक और डिजाइनर आमंत्रित किया गया। यह दिन महिलाओं के सशक्तिकरण और समानता का उत्सव था, जहां मयूरी मित्तल ने अपनी अद्भुत कलेक्शन `बोल्ड ब्यूटी गाला` को प्र
नई दिल्ली: दिल्ली टाइम्स फैशन वीक 2024 के शानदार आयोजन में मिस एंड मिसेज रेड कार्पेट क्राउन ऑफ इंडिया की संस्थापक और सीईओ मयूरी मित्तल को बतौर प्रायोजक और डिजाइनर आमंत्रित किया गया। यह दिन महिलाओं के सशक्तिकरण और समानता का उत्सव था, जहां मयूरी मित्तल ने अपनी अद्भुत कलेक्शन 'बोल्ड ब्यूटी गाला' को प्रदर्शित किया।
मयूरी मित्तल, जो एक पत्रकार, कलाकार, डिजाइनर, उद्यमी और सामाजिक कार्यकर्ता हैं, ने इस कलेक्शन को खास और अनूठा बना दिया। आइए जानते हैं क्यों यह कलेक्शन इतना खास है:
1. महिलाओं को अवसर देना: मयूरी मित्तल, जो इस कलेक्शन की डिजाइनर और मिस एंड मिसेज रेड कार्पेट क्राउन ऑफ इंडिया की संस्थापक और सीईओ हैं, सभी महिलाओं के अंतर के परे मॉडल के रूप में भाग लेने का अवसर प्रदान किया गया,इस कलेक्शन में एसिड अटैक सर्वाइवर रेशमा खातून और विटिलिगो वारियर्स अंजलि और वर्षा को शामिल किया गया.
2. पुराने साड़ियों और कपड़ों से नया निर्माण: 'बोल्ड ब्यूटी गाला' कलेक्शन पुराने साड़ियों और कपड़ों को नए और आकर्षक डिजाइनों में बदलने का परिणाम है।
3. साहस और रचनात्मकता का प्रमाण: यह कलेक्शन साहस और रचनात्मकता का प्रतीक है।
4. नए सौंदर्य मानक: यह कलेक्शन नए सौंदर्य मानकों को स्थापित कर रहा है, जिसमें एसिड अटैक सर्वाइवर्स, विटिलिगो वारियर्स, प्लस साइज और वृद्ध लड़कियों को पेश किया गया.
5. स्थायी फैशन: यह कलेक्शन अनोखी, स्थायी फैशन को प्रस्तुत कर रहा है जो पैसे और संसाधनों की बचत करता है।
मयूरी मित्तल का यह सफर आर्थिक कठिनाइयों से उभर कर अपने खुद के रास्ते पर चलने का है। उन्होंने रेडीमेड कपड़ों से हटकर अपनी खुद की रचनाओं में खुशी पाई और आज गर्व से अपनी कलेक्शन प्रस्तुत कर रही हैं। यह कलेक्शन साहस और रचनात्मकता का प्रमाण है, जहां महिलाओं का सशक्तिकरण और समानता एक साथ चलती है। मयूरी मित्तल की यह यात्रा एक प्रेरणा है, जो हमें याद दिलाती है कि उपलब्ध संसाधनों, कल्पना, शैली, महिला सशक्तिकरण, समानता और स्थायित्व को खूबसूरती से एकसाथ लाया जा सकता है।