नई दिल्ली: बिहार की राजधानी में शुक्रवार को माफिया अतीक अहमद के समर्थन में जमकर नारे लगाए गए. बताया जाता है कि पटना जंक्शन के समीप एक मस्जिद के पास शुक्रवार को नमाज अता करने के बाद कुछ लोग बाहर निकाले और 'अतीक अमर रहे' की नारेबाजी की.


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योगी आदित्यनाथ के विरोध में भी नारेबाजी
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विरोध में भी जमकर नारे लगे. इसके बाद नारा लगाने वालों ने पत्रकारों के प्रश्नों के उत्तर देने के क्रम में यह भी कहा कि अतीक और उसके भाई की हत्या पूर्व नियोजित है. अतीक को शहीद तक बताया गया.



अब इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. बिहार भाजपा ने भी अपने ट्विटर हैंडल से इस वीडियो को ट्वीट किया है. भाजपा ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है कि जब सरकार में बैठ गए हो नकारे, तो माफियाओं के क्यों ना लगे नारे.


अतीक के हत्यारों ने क्यों वारदात को दिया अंजाम?
गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद (60) और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में पकड़े गए तीनों आरोपियों ने पूछताछ के दौरान पुलिस से कहा कि वे अतीक और अशरफ गिरोह का सफाया कर प्रदेश में अपनी पहचान बनाना चाहते थे. इस हत्याकांड के संबंध में दर्ज की गई प्राथमिकी में इस बात का उल्लेख है.


बीते 17 अप्रैल को पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमीरपुर के सनी (23), बांदा के लवलेश तिवारी (22) और कासगंज के अरुण कुमार मौर्य (18) ​​को प्रशासनिक आधार पर प्रयागराज की केंद्रीय कारागार से जिला जेल प्रतापगढ़ स्थानांतरित किया गया है.
(इनपुट- आईएएनएस)


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