हांगकांग. चीन में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की खबरों ने पहले भी पूरी दुनियाभर में सुर्खियां पाई हैं लेकिन एक नई रिपोर्ट में बेहद चौंकाने वाले खुलासे किए गए हैं. एक अंतरराष्ट्रीय संगठन ने बुधवार को जारी अपनी रिपोर्ट में कहा कि चीन शिंजियांग के अलावा भी अन्य क्षेत्रों में मस्जिदों को बंद करने की कार्रवाई कर रहा है. ‘ह्यूमन राइट्स वॉच’ ने अपनी रिपोर्ट में मस्जिदों को बंद किए जाने के संबंध में विस्तार से जानकारी दी है.


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रिपोर्ट में चौंकाने वाले दावे
इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीनी अधिकारियों ने उत्तरी निंशिआ और गांसू प्रांत में मस्जिदें बंद की हैं. इन इलाकों में ‘हुई मुसलमानों’ की बहुलता है. सिर्फ इतना ही नहीं स्थानीय अधिकारी मस्जिदों की वास्तुकला शैलियों को भी खत्म कर रहे हैं ताकि वह ‘चीन’ की तरह प्रतीत हों.


जिनपिंग ने दिया था बड़ा बयान
दरअसल राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 2016 में धर्मों को चीन के अनुरूप करने का आह्वान किया था और इसके साथ ही शिंजियांग में शिकंजा कसने की कार्रवाई शुरू की थी. यहां एक करोड़ 10 लाख से अधिक उइगर मुसलमान तथा अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यक रहते हैं. एक रिपोर्ट में कहा गया था कि चीन ने शिंजियांग में ‘मानवता के खिलाफ अपराध’ किए हैं, जिसमें गैर-न्यायिक नजरबंदी शिविरों के नेटवर्क का निर्माण भी शामिल है.


ह्यूमन राइट्स वॉच के लिए चीन की कार्यवाहक निदेशक माया वांग ने कहा-चीन की सरकार मस्जिदों का सुदृढ़ीकरण नहीं कर रही जैसा कि वह दावा करती है बल्कि धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करते हुए उन्हें बंद कर रही है. चीनी सरकार का मस्जिदों को बंद करना, नष्ट करना और उनका पुनर्निर्माण करना चीन में इस्लाम पर अंकुश लगाने के व्यवस्थित प्रयासों का हिस्सा है.


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