नई दिल्ली.  कोराना वायरस के संकट को ध्यान में रख कर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने  राष्ट्रीय आपातकाल का ऐलान कर दिया है. 50 अरब अमेरिकी डॉलर का संघीय कोष भी कोरोना से निपटने में होने वाले खर्चे के लिए अमेरिकी सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है. कोरोना हालात के कारण स्पेन ने भी कल रात राष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर दिया है और देर रात अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा भी राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की गई.  


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कोरोना को लेकर आलोचना 


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प देश में दोनों  प्रमुख दलों की ओर से निंदा के पात्र बने हुए थे. मजबूरन  कोरोना के खिलाफ बड़ा कदम उठाना जरूरी समझ कर ट्रंप प्रशासन ने राष्ट्रीय आपातकाल का ऐलान कर दिया. अब आपातकाल के अंतर्गत कोरोना महामारी का सामना करने के लिए कई कदमों की घोषणा की जा रही है और देशवासियों के लिए कोरोना जांच की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है.


प्रेस वार्ता करके जानकारी दी 


डोनाल्ड ट्रम्प ने बाकायदा एक प्रेस वार्ता के माध्यम से देश को राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की जानकारी दी. ट्रम्प प्रशासन ने आपातकाल की घोषणा के बाद कोरोना के खिलाफ उठाये जा रहे सभी कदमों के बारे में जानकारी दी.  कोरोना-जांच सुविधाओं के विस्तार हेतु अमरीकी सरकार निजी क्षेत्र को भी शामिल करने जा रही है. 



 


शिक्षण संस्थानों और सार्वजनिक स्थल होंगे बंद 


ट्रम्प परशान द्वारा बुलाई गई इस प्रेस कांफ्रेंस में अधिकारियों द्वारा कहा गया कि यद्यपि कोरोना संक्रमण की दर से डर नहीं है क्योंकि इसकी गति बहुत धीमी है, तदापि ट्रम्प प्रशासन इस संक्रमण को लेकर गंभीर है और इसके विरुद्ध सभी सम्भव उपाए कर रहा है. सबसे अहम कदम के तौर पर सरकार सबसे पहले तो सभी शिक्षण संस्थानों और सार्वजनिक स्थलों को बंद करने जा रही है.


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