नई दिल्ली. कोरोना कंट्री ने दुनिया को जो गिफ्ट दिया है उसके लिए कोई देश तैयार नहीं था. खुद चीन ने कोरोना के आंकड़े सही सही सामने नहीं आने दिए लेकिन उसने अपने देश के मीडिया को योजनाबद्ध तरीके से खामोश करके कोरोना से अपने ढंग से निपटने का काम जारी रखा. अब इतनी ही दृढ़ता और आक्रामकता से दुनिया की दूसरी महाशक्ति अमेरिका भी कोरोना के खिलाफ ऐलान जंग छेड़ रहा है. 


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19 राज्यों में फैला कोरोना 


कोरोनावायरस ने अमेरिका की धड़कने बढ़ा दी हैं और 19 राज्यों में फ़ैल गया है. अब तक अमेरिका में कोरोना ने 228  लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है और 14 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है. कोरोना के प्रकोप से अमेरिका ने डरने की बजाये उससे व्यापक स्तर पर निपटने की योजना बनाई है.


सेना उतार सकती है सरकार 


डोनाल्ड ट्रम्प की सरकार कोरोना को लेकर बहुत गंभीर है. सरकार अब इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए सेना को उतारने पर विचार कर रही है. अमेरिकी पार्लियामेंट में कोरोना से निपटने के लिए 61 हजार करोड़ रु. का इमरजेंसी बिल पास किया गया है. एक तरफ तो अमेरिका के कैरोलिना मिलेट्री बेस पर कोरोना के खिलाफ सेना की तैयारियां चल रही हैं वहीं दूसरी तरफ पेंटागन में अमेरिकी वैज्ञानिकों और सैन्य अफसरों की बैठक भी सम्पन्न हुई है.  



 


वैज्ञानिक भी कर रहे हैं तैयारी 


अमेरिका में वैज्ञानिकों ने भी अपने स्तर पर कोरोना को टक्कर देने की ठानी है. वैज्ञानिकों का मानना है कि गर्मी से ज्यादा सर्दी के मौसम में इस वायरस के फैलने के आसार हैं. अब अमेरिका में भी एक महीने बाद गर्मी का मौसम आने वाला है. इसलिए इसे शुरुआत में ही रोकने के लिए बड़े कदम उठाए जाने की बात की जा रही है. इसे लेकर पेंटागन में वैज्ञानिकों और सेना के अधिकारियों की बैठक भी हुई है और साउथ कैरोलिना के मिलेट्री बेस पर कोरोना वायरस से के खिलाफ सेना ने अपनी रणनीति तैयार करनी शुरू कर दी है. 


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