अमेरिका बन सकता है कोरोना का अगला बड़ा मुकाम
WHO ने कोरोना को लेकर अमेरिका के लिए गंभीर की चेतावनी जारी की है और आशंका जताई है कि अमेरिका कोरोना वायरस का अगला बड़ा केंद्र बन सकता है..
नई दिल्ली: डब्ल्यूएचओ को ये चेतावनी जारी करनी पड़ी एक अरसे तक कोरोना मामलों की निगरानी के बाद. अमेरिका में कोरोना के केस 50 हजार के पार हुए और एक दिन में ही अमेरिका में दस हज़ार कोरोना मामले दर्ज हुए. अब एक दिन में इससे बड़ी संक्रमण की मिसाल दिसंबर 2019 से लेकर अब तक कोरोना संक्रमण के इतिहास में अब तक नहीं देखी गई..
ईस्टर पर लॉकडाउन वापस लेना चाहते हैं
लॉक डाउन के और कोरोना के आतंक के बीच राहत देने के नज़रिये से अमेरिकी राष्ट्रपति ने घोषणा की कि उनकी इच्छा है कि ईस्टर त्योहार आने तक अमेरिका में आम जनजीवन बहाल कर दिया जाए. ख़ास बात ध्यान देने की ये है कि अमेरिका में अभी तक कोरोना वायरस की वजह से 700 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं.
अमरीका में कोरोना ने धारण किया उग्र रूप
कुल मिला कर देखें तो कोरोना का कहर दुनिया में चीन, इटली के बाद अमेरिका में सबसे ज्यादा तबाही मचाने वाला साबित हुआ है. अब अमेरिका में कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या 50 हजार के पार चली गई है और दूसरी तरफ हैरानी वाला बयान आया है डोनाल्ड ट्रम्प का. वे चाहते हैं कि देश ईस्टर त्योहार से पहले लॉक डाउन से मुक्त हो जाये जिससे कि लोग सड़कों पर निकल कर त्योहार मना सकें.
देश की अर्थव्यवस्था संकट में पड़ सकती है
अमरीकी राष्ट्रपति ने लॉक डाउन पर मीडिया से बात करते हुए कहा था कि मैं ज्यादा दिनों तक देश को बंद नहीं रख सकता क्योंकि इससे अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है. यहां तक कि ट्रंप ने डॉक्टरों की सलाह को भी दरकिनार कर दिया था और कहा था कि मैं जानता हूँ कि देश कैसे चलाना है मुझे इसके लिए डॉक्टरों की कोई आवश्यकता नहीं है.
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