नई दिल्ली: अमेरिका के पूर्व नौसेना कमांडर और बायोमेडिकल इंजीनियर डॉक्टर जोसेफ डिटूरी ने जमीन से काफी नीचे समुद्र में अपना जीवन बिताया. इसके लिए वे एक छोटे से कैप्सूल में रहे, जहां पर वे अपनी खिड़की से बाहर का नजारा देख सकते थे. वो भी सिर्फ समुद्र का पानी. 


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पानी के नीचे क्यों रहा शख्स 
डॉक्टर डिटूरी करीब 100 दिनों तक पानी में रहे. इस दौरान उन्हें अपना एक दांत गंवाना पड़ा और यहां तक की उनके कैप्सूल की हवा भी लगभग खत्म हो गई थी. पानी के नीचे जीवन यापन करना डॉक्टर डिटूरी की एक स्टडी का हिस्सा है, जिसमें यह पता लगाया जा रहा है कि मंगल ग्रह की यात्रा पर अंतरिक्ष यात्रियों के समान ही इंसानी शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है. 


स्टडी के लिए पानी में रहे डॉक्टर जोसेफ 
अमेरिकन रिसर्चर फ्लोरिडा में 1 मार्च 2023 से 9 जून 2023 तक 17 फीट लंबा और 4-5 फीट चौड़े कॉम्पैक्ट जगह पर सतह से 23 फीट नीचे तक डूबे रहे. इसको लेकर डॉक्टर डिटूरी ने बताया कि वह रोजाना सुबह जल्दी उठते थे और 6-8 घंटे तक साइंटिफिक रिसर्च करते थे, जिसमें उनके खून, यूरीन और सलाइवा का सैंपल लिया गया और उनके शरीर को भी मापा गया. इन परीक्षणों के जरिए यह पता लगाया गया कि एक्स्ट्रीम वातावरण में इंसान की हेल्थ कैसे रहती है. इससे भविष्य में अंतरिक्ष यात्रा को लेकर मदद मिल सकती है. 


समुद्री वैज्ञानिकों के साथ मिलकर की स्टडी 
डॉक्टर डिटूरी ने 'द सन' को बताया कि उन्होंने समुद्री वैज्ञानिकों के साथ सहयोग करके समुद्र के पर्यावरण को बचाने के लिए उस पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि छोटे से कैप्सूल में रहने के दौरान उनकी हाइट भी कुछ इंच कम हो गई. वहीं खाने के लिए वह माइक्रोवेव पर निर्भर थे, हालांकि उन्होंने इस दौरान पॉपकॉर्न के सेवन को हानिकारक बताया क्योंकि इसे माइक्रोवेव में डालने के बाद वह कठोर हो गया था, जिससे उनके दांत टूट गए. उनका मानना है कि स्पेस में पॉपकॉर्न ले जाना बैड आइडिया हो सकता है. 


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