इजरायल और हमास के बीच डेढ़ महीने बाद सीजफायर, नेतन्याहू ने जंग को रोके रखने के लिए दिया ये ऑफर
Israel Hamas War: युद्ध रोकने के बदले में हमास हर रोज 50 इजरायली बंधकों को छोड़ने वाला है. बुधवार को इजरायली कबिनेट ने इस प्रस्ताव पर अपनी मंजूरी दे दी है. रिहा किए जाने वाले बंधकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. यह जंग फिलहाल 4 दिन के लिए रोकी जा रही है.
नई दिल्ली: Israel Hamas War: इजरायल और हमास के बीच करीब 47 दिन बाद सीजफायर हो गया है. पहली बार दोनों पक्षों के बीच किसी मुद्दे को लेकर सहमति बनी है. युद्ध रोकने के बदले में हमास हर रोज 50 इजरायली बंधकों को छोड़ने वाला है. बुधवार को इजरायली कबिनेट ने इस प्रस्ताव पर अपनी मंजूरी दे दी है. रिहा किए जाने वाले बंधकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. यह जंग फिलहाल 4 दिन के लिए रोकी जा रही है.
इजरायल का ऑफर
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय से एक बयान जारी हुआ है. इसमें कहा गया है कि आगामी चार दिनों तक 50 होस्टेज रिहा किए जाएंगे, इस दौरान लड़ाई पर रोक लगाई गई है. पीएम कार्यालय ने हमास को ऑफर देते हुए कहा कि हर दिन 10 बंधक रिहा करने पर युद्ध विराम एक दिन के लिए बढ़ जाएगा. हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इजरायल भी हमास और गाजा के बंधकों को छोड़ेगा या नहीं.
इस पार्टी ने किया विरोध
केबिनेट में बंधकों को रिहा करने के बड़े सीजफायर करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. इस प्रस्ताव का तीन सांसदों को छोड़कर सबने समर्थन किया. ये तीनों सांसद ज्यूईश पावर पार्टी के सदस्य हैं. सरकार में मंत्री पद भी संभाल रहे हैं. यह वही दल है, जिससे नेतान्याहू की पार्टी ने गठबंधन किया था, इसे कट्टरपंथी दल के रूप में माना जाता है.
हमास के पास 200 बंधक
गौरतलब है कि बीते महीने की 7 अक्टूबर को इजरायल और हमास के बीच युद्ध की शुरुआत हुई थी. उस दौरान हमास ने इजरायल के कई नागरिकों को बंध बना लिया था. दावा है कि हमास के पास इजरायल के 200 बंधक हैं. इनमें बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे भी हैं. गाजा में हुई इजरायली हमलों में अब तक 13000 से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए.
ये भी पढ़ें- क्या खात्मे की कगार पर है इजरायल और हमास की जंग, जानें क्यों मिले ऐसे संकेत?
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.