चीन ने फिर आतंकी को बचाया, काली सूची में डालने के भारत के प्रस्ताव का किया विरोध
चीन ने पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी अब्दुल रऊफ अजहर के नाम को काली सूची में डालने के भारत के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आपत्ति जताई. अब्दुल रऊफ अजहर जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर का भाई है और उसका जन्म पाकिस्तान में 1974 में हुआ था.
नई दिल्लीः चीन ने पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी अब्दुल रऊफ अजहर के नाम को काली सूची में डालने के भारत के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आपत्ति जताई. अब्दुल रऊफ अजहर जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर का भाई है और उसका जन्म पाकिस्तान में 1974 में हुआ था.
रऊफ ने भारत में कई आतंकी हमलों की रची है साजिश
भारत में कई आतंकवादी हमलों की साजिश रचने और उन्हें अमली जामा पहनाने में वह शामिल रहा है. इनमें इंडियन एयरलाइन्स के विमान आईसी 814 को अगवा करने, संसद पर 2001 में हमले, तथा पठानकोट में 2016 में वायु सेना के अड्डे को निशाना बनाना शामिल है.
प्रतिबंधित सूची में डालने के भारत के प्रस्ताव का विरोध
ऐसा माना जा रहा है कि चीन ने जेईएम के अब्दुल रऊफ को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 आईएसआईएल तथा अल कायदा की प्रतिबंधित सूची में डालने के भारत के प्रस्ताव का विरोध किया. रऊफ अजहर पर अमेरिका ने दिसंबर 2010 पर प्रतिबंध लगाए थे.
पहले भी इस तरह के प्रस्ताव में चीन डाल चुका है बाधा
गौरतलब है कि पिछले वर्ष अगस्त चीन ने अब्दुल रऊफ को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के भारत तथा अमेरिका के प्रस्ताव पर रोक लगा दी थी. अगस्त 2022 में भारत और अमेरिका ने अब्दुल रऊफ अजहर को काली सूची में डालने का प्रस्ताव दिया था.
भारत की ओर से दिया गया था कड़ा जवाब
तब संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने चीन की अध्यक्षता में सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा था कि बिना कोई उचित कारण दिए आतंकवादियों को काली सूची में डालने के अनुरोध पर रोक लगाना रुकना चाहिए.
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