नई दिल्ली.  एक वक्तव्य जारी करके चीन ने दुनिया को बताया है कि चीन की वुहान लैब चीन का अपना संस्थान नहीं है बल्कि इसमें उसके संचालन का आधा दारोमदार फ़्रांस का भी है. चीन ने कहा कि हम फ्रांस के साथ मिलकर चलाते हैं वुहान की लैब और इस लैब के उपकरणों की जांच अमेरिका करता है. 


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 फ़्रांस, अमेरिका के नाम  शामिल किये लैब में 


कोरोना वायरस को लेकर दुनिया भर में चीन पर सवाल उठ रहे हैं. अमेरिका भी उस पर बुरी तरह से हमलावर है. चीन ने देर तक खामोशी रखने के बाद अब अपने होमवर्क के बाद इस का जवाब दिया है और कहा है कि वुहान लैब को चीन और फ्रांस संयुक्त रूप से चलाते हैं. आगे चीन के बयान में ये भी कहा गया है कि वुहान लैब में जो लोग काम करते हैं उनका प्रशिक्षण भी फ्रांस के द्वारा किया जाता है. और इसी तरह इस प्रयोगशाला के मानकों की जांच का काम अमेरिकी संस्थाओं के हाथ में है. 


 चीन ने किया पलटवार 


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विदेश मंत्री माइक पोम्पियो अब लगातार वुहान लैब को कोरोना संक्रमण के लिए उत्तरदायी बता रहे हैं जिस पर गुस्सा दिखते हुए चीन ने भी पलटवार कर दिया है और अपने साथ फ़्रांस और अमेरिका को भी शामिल कर लिया है. अपरोक्ष रूप से चीन का कहना है कि यदि वुहान लैब किसी साजिश का जिम्मेदार मानी जा रही है तो इसकी संयुक्त जिम्मेदारी फ़्रांस और अमेरिका की भी है. 



 


WHO के प्रस्ताव पर चीन चुप 


 चीन ने अपनी समझदारी दिखते हुए फ़्रांस और अमेरिका को वुहान मामले में लपेटने की कोशिश तो की है लेकिन WHO के उस प्रस्ताव पर चुप्पी बना रखी है जिसमें उसने चीन से उस पर लगे आरोपों की जांच की अनुमति देने की मांग की है. इस तरह एक बात और तय हो गई है कि यदि WHO कोरोना साजिश का हिस्सेदार है तो सिर्फ उतना ही कि उसने आंखें मीच रखीं थीं और जुबान पर ताला लगा रखा था


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