नई दिल्ली: क्रिस हिपकिंस ने जेसिंडा अर्डर्न के पिछले सप्ताह अचानक इस्तीफा देने के बाद न्यूजीलैंड के 41वें प्रधानमंत्री के रूप में बुधवार को शपथ ग्रहण की. हिपकिंस (44) ने अर्थव्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करने का वादा किया है. प्रधानमंत्री बनने के बाद हिपकिंस नौ महीने से भी कम समय तक पद संभालेंगे.


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न्यूजीलैंड में अक्टूबर में होगा आम चुनाव
अक्टूबर में देश में आम चुनाव होगा. चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों के अनुसार, लेबर पार्टी की स्थिति मुख्य प्रतिद्वंद्वी 'नेशनल पार्टी' से बेहतर है. न्यूजीलैंड की गवर्नर-जनरल सिंडी किरो ने अर्डर्न के इस्तीफे को स्वीकार करने के बाद हिपकिंस को शपथ ग्रहण कराई.


हिपकिंस ने शपथ ग्रहण समारोह में कहा, 'यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य और सबसे बड़ी जिम्मेदारी है.' उन्होंने कहा, 'मैं भावी चुनौतियों को लेकर उत्सुक एवं ऊर्जावान हूं.' कार्मेल सेपुलोनी ने उप प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. देश में पहली बार प्रशांत द्वीप से नाता रखने वाले किसी व्यक्ति को इस पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है. सेपुलोनी ने हिपकिंस को बधाई दी और उन पर भरोसा जताने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया.


शिक्षा और पुलिस से जुड़े मामलों के मंत्री रहे हिपकिंस
'चिप्पी' नाम से लोकप्रिय हिपकिंस ने अर्डर्न के नेतृत्व में शिक्षा तथा पुलिस से जुड़े मामलों के मंत्री के तौर पर सेवाएं दे चुके हैं. हिपकिंस कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान इस संकट के प्रबंधन में अहम भूमिका निभाकर लोगों की नजरों में आए थे, लेकिन सरकार में सबसे अधिक ध्यान अर्डर्न ने ही आकर्षित किया था.


वह नेतृत्व की अपनी नयी शैली के कारण वैश्विक स्तर पर चर्चा का विषय बनीं. करीब साढ़े पांच साल तक शीर्ष पद पर रहीं अर्डर्न ने गत बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर अपने देश को चौंका दिया था.


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