नई दिल्ली: कोरोना वायरस से बच्‍चों के लिए संकट बढ़ रहा है. यूनीसेफ ने दुनिया को आगाह किया है कि यदि जल्दी ही इस महामारी का तोड़ नहीं निकाला गया तो हालात ऐसे भी हो सकते हैं कि दुनिया में हर दिन 6,000 बच्चे मर सकते हैं.


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यूनीसेफ ने दुनिया को चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में दुनिया में हर दिन 6,000 बच्चे मर सकते हैं. इसलिए इस वैश्विक संगठन ने दुनिया भर के चिकित्सा वैज्ञानिकों से कोरोना महामारी का तोड़ ढूंढ निकालने की अपेक्षा की है. यूनीसेफ ने ये भी आगाह किया कि आने वाले दिनों में छह महीनों में करीब 56,700 और माताओं की मौत हो सकती है.


यूनीसेफ की चेतावनी बेहद डरावनी इसलिए भी है क्योंकि इसमें आगाह किया गया है कि कोरोना वायरस के कारण तिहरी मार लग सकती है विश्व के नागरिकों को. पहली बात तो ये कि जल्दी ही कोरोना की वैक्सीन न बनी तो दुनिया में छह हजार बच्‍चे रोज मारे जा सकते हैं. दूसरी बात ये कि 6 माह में करीब 56,700 और माताओं की मौत हो सकती है. औऱ तीसरी अहम बात ये यूनिसेफ ने कही कि पांच साल की उम्र के बच्‍चों के मरने का आंकड़ा बढ़ सकता है.


कोरोना महामारी से दुनिया भर में मानवीय सहायता मुहैया कराने के लिए यूनीसेफ ने लगभग 1.6 अरब डॉलर की मदद मांगी है. यूनिसेफ के अनुसार कमजोर स्वास्थ्य प्रणाली और बाधित स्वास्थ्य सेवाओं  के कारण अगले 6 माह खतरनाक हो सकते हैं जिनके दौरान करीब 6,000 अतिरिक्त बच्चों की ऐसे कारणों से रोजाना मृत्यु हो सकती है, जिन्हें रोका जा सकता है.


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