नई दिल्ली: अमेरिका के लिहाज से इससे बड़ी चौंकाने की खबर उसके इतिहास में पहले कभी सुनी नहीं गई होगी. चीन से सवा चार लाख कोरोना बम सीधे अमेरिका पहुंचे थे - अगर ये खबर सच है तो अमेरिका को नेस्तोनाबूद करने की इससे बड़ी साजिश न कभी पहले हुई न भविष्य में कभी हो सकती है. न भूतो न भविष्यति !!!


सीधी उड़ान ली थी इन चीनियों ने


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बहुत बड़ी जानकारी सामने आई है जो अमरीकी मीडिया के माध्यम से ही दुनिया तक पहुंची है. इस खबर के अनुसार कोरोना वायरस के कहर को लेकर जब चीन का खुलासा दुनिया के सामने आया था उसके ही कुछ दिनों के भीतर लगभग चार लाख तीस हज़ार  लोग चीन से सीधी फ्लाइट लेकर अमेरिका पहुंचे थे. न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित इस समाचार के अनुसार इन लोगों में अधिकांश ऐसे थे जिन्होंने कोरोना सिटी वुहान से सीधे अमेरिका की यात्रा की थी.



यात्रा प्रतिबंध से पहले ही सवा हज़ार फ्लाइट्स लीं


ऐसा लगता है कि षड्यंत्रकर्ताओं को अनुमान रहा होगा कि अमेरिका जल्द ही यात्रा-प्रतिबंध लगा देगा. इसलिए  राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के यात्रा प्रतिबंध लगाने के पूर्व ही चीन से करीब 1,300 सीधी उड़ानें अमेरिका पहुंची. अमेरिका के 17 राज्यों में उतरीं इस तरह की डायरेक्ट फ्लाइट्स से लाखों चीनी अमरीका पहुंचे थे.


कहा गया कि निमोनिया जैसी बीमारी है


इस समाचार की पड़ताल से ऐसा भी लगता है कि षड्यंत्रकर्ताओं ने तैयारी पूरी रखी थी. एक दम से चीन से आने वाली सीधी उड़ानों के माधयम से लाखों चीनियों का अमेरिका पहुंचना अमेरिका को चौंकन्ना कर सकता था इसलिए बहाना भी ढूंढा गया और अमेरिका को बताया गया कि कहा गया कि निमोनिया जैसी बीमारी चीन में फैली है. इस तरह लाखों चीनियों के अमेरिका में सीधे उड़ आने पर किसी को संदेह नहीं हुआ -न अमरीका में संक्रमण फैलने का, न ही संक्रमण फैलाने की किसी साजिश का.  


चालीस हज़ार चीनी तो प्रतिबंध के बाद भी आये


हैरानी की बात ये भी है कि इन चार लाख तीस हज़ार चीनियों में वो लोग भी शामिल हैं जो अमेरिका द्वारा यात्रा प्रतिबंध लगने के बाद भी अगले दो माह तक अमेरिका आये. अफ़सोस की बात ये भी सामने आई कि अमेरिका में इन चीनियों पर किसी तरह का कोई संदेह नहीं था इसलिए  हवाईअड्डों पर और चीन से आ रहे यात्रियों की जांच प्रक्रिया भी सख्त नहीं थी.


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