नई दिल्ली: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आए दिन अपने बयानों को लेकर विवादों में घिरते नजर आते हैं. राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल ट्रंप ने बीते बुधवार 31 जुलाई 2024 को नेशनल एसोसिएशन ऑफ ब्लैक जर्नलिस्ट्स के एक सालाना सम्मेलन में अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की नस्लीय पहचान पर सवाल खड़े किए. 


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नस्लीय पहचान पर की टिप्पणी
ट्रंप ने अपनी राष्ट्रपति दौड़ में शामिल अपनी प्रतिद्वंद्वी कमला हैरिस की नस्लीय पहचान पर सवाल खड़े करते हुए कहा,' वह ( कमला हैरिस) हमेशा से भारतीय मूल की थीं और वह हमेशा केवल भारतीय मूल को ही बढ़ावा दे रही थीं. मुझे बिल्कुल नहीं पता था कि वह अश्वेत हैं, जब तक की कई साल पहले वह अश्वेत नहीं हो गईं. अब वह अश्वेत के रूप में जानी जाना चाहती हैं.' 'ट्रंप के इस भाषण पर दर्शकों ने आपत्ति भी जताई. 


पहले भारतीय थीं फिर अश्वेत हो गईं
ट्रंप ने आगे कहा,' मुझे नहीं पता कि वे अश्वेत हैं या भारतीय, लेकिन आप जानते हैं कि मैं दोनों का सम्मान करता हूं, लेकिन वह स्पष्ट रूप से नहीं करती हैं, क्योंकि वह शुरुआत से ही भारतीय थीं और फिर अचानक एक मोड़ लेते हुए वे अश्वेत हो गईं.' बता दें कि कमला हैरिस ने साउथ अमेरिकन और अश्वेत के तौर पर अपनी पहचान बनाई है. वह पहली ब्लैक और एशियाई अमेरिकी उपराष्ट्रपति हैं. 


ट्रंप की हुई आलोचना 
डोनाल्ड ट्रंप को अपने इस विवादित पर कठोर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. उनके इस विवादित बयान पर व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा,' ट्रंप ने जो भी कहा वो घृणित और अपमानजनक है.' बता दें कि नेशनल एसोसिएशन ऑफ ब्लैक जर्नलिस्ट्स के के इस सम्मेलन में ट्रंप ने पहली बार हिस्सा लिया था. सम्मेलन को ट्रंप की मौजूदगी के कारण काफी आलोचना का सामना करना पड़ा. यहां तक की इसके चलते सम्मेलन के को-चेयरमेन को कड़े विरोध के चलते इस्तीफा देना पड़ा.  


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