नई दिल्ली.   अमेरिका की गिरती अर्थव्यवस्था की दीवारों के नीचे कहीं देश का दम न घुट जाए, इस डर से बड़ा कदम उठाने को मजबूर नजर आते हैं डोनाल्ड ट्रम्प.  उन्होंने फैसला किया है कि अब चाहे जो हो, अमेरिका को अधिक समय तक बंद नहीं रखा जा सकता. 


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'' वैक्सीन आने का इंतज़ार नहीं कर सकते''


अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने बड़ा बयान दिया है कि अब अमेरिका फिर से खुलेगा चाहे कोरोना वायरस की वैक्‍सीन बन पाए या नहीं.  कोरोना के उपचार की प्रतीक्षा में अब अमेरिका को और बंद नहीं रखा जा सकता. हालांकि ट्रम्प ने ये भी कहा कि इस साल के अंत तक अमेरिका कोरोना की दवाई अमेरिका में बना ली जायेगी.  


ऑपरेशन वार्प स्पीड की तरह बनाई जायेगी दवा 


डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन ने कहा कि जिस तरह ऑपरेशन वार्प स्पीड की तेजी से ही कोरोना की दवा को ढूंढा जाएगा और हर हाल में इस साल के अंत तक दवा को तैयार कर लिया जाएगा. ऑपरेशन वार्प स्पीड द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जल्द से जल्द परमाणु बम बनाने के लिए की गई तैयारियों से जुड़ा हुआ शब्द है. 


परियोजना 14 वैक्सीन शुरू की जायेगी 


डोनाल्‍ड ट्रंप ने अमेरिका को खोलने की वकालत की और कहा कि कोरोना की वैक्सीन बनाने के लिए एक विशेष  ''परियोजना 14 वैक्सीन'' शुरू की जायेगी. नियमित पत्रकार वार्ता में उन्होंने बताया कि  परियोजना 14 वैक्सीन कैंडिडेट पर रिसर्च और अप्रूवल के साथ शुरू होगी. इसके अतिरिक्त देश के नाम सन्देश में उन्होंने कहा कि समय आ गया है कि वैक्सीन के न होने पर भी अमेरिकी नागरी अपने सामान्य जीवन की तरफ वापस लौटना शुरू करें. 


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