लंदन: सिडनी डे कार्वाल्हो मेस्किटा. ये नाम लंबा है लेकिन इन्होंने जो कारनामा किया है वो बहुत बड़ा है. आमतौर पर आंखों के भीतर पुतली रहती है. लेकिन सिडनी डे कार्वाल्हो मेस्किटा अपनी पुतलियों पूरी तरह से आंखों से बाहर निकाल लेते हैं. वह भी करीब 2 सेमी तक. इस कारनामे के लिए सिडनी डे कार्वाल्हो का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया है. 


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मांसपेशियों की ताकत का कमाल
Sidney de Carvalho Mesquita अपने चेहरे की मांसपेशियों का उपयोग करके ये कारनामा करते हैं. वह अपनी आंखों को 1.8cm तक बाहर धकेल सकते हैं. सिडनी ने कहा: 'इतनी खुशी का वर्णन करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं' "शुद्ध उत्साह और परमानंद के साथ मिश्रित है. "एक सपना सच हो गया, मेरे काम के लिए और भी अधिक पहचाने जाने के लिए दरवाजे खोल रहा है. "आंखों का उभरना वास्तव में एक अविश्वसनीय मानवीय उपलब्धि है."


दुर्लभ कंडिशन से संभव है ये
ब्राजील के रहने वाली सिडनी डे की एक दुर्लभ स्थिति है जिसे स्वैच्छिक ग्लोब लक्सेशन (voluntary globe luxation) के रूप में जाना जाता है, जिसे उसने नौ साल की उम्र में दर्पण में चेहरा देखते समय खोजा था. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने कहा कि उन्होंने इस बार 2007 में 1.2 सेमी का रिकॉर्ड तोड़ा. 

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