नई दिल्ली: Hindenburg Research History: हिंडनबर्ग ने उद्योगपति गौतम अडानी पर एक और रिपोर्ट जारी की है. इसमें SEBI चेयरमैन और अडानी ग्रुप के बीच संबंध होने का दावा किया गया है. इससे पहले भी बीते साल 24 जनवरी, 2023 को हिंडनबर्ग ने गौतम अडानी के अडानी समूह पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए थे. हालांकि, बाद में अडानी ग्रुप को कोर्ट की ओर से क्लीन चिट मिल गई थी.


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जब अडानी समूह को हिंडनबर्ग ने हिला दिया
बीते साल आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने गौतम अडानी को काफी नुकसान पहुंचाया. जैसे ही रिपोर्ट जारी हुई, 10 दिनों के भीतर गौतम अडानी टॉप 20 अमीरों की लिस्ट से बाहर हो गए थे. तब अडानी का 20 हजार करोड़ का FPO रद्द हो गया. उनकी कंपनी भारती घाटे में चली गई थी. शेयर मार्केट में भी अडानी ग्रुप के शेयर्स औंधे मुंह गिर गए थे. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो साल 2023 में हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट जारी होने के बाद गौतम अडानी की संपत्ति में 40 अरब डॉलर की कमी आई थी.


हिंडनबर्ग नाम का एयरशिप
सबसे पहले तो ये जान लें कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट अमेरिका की फॉरेंसिक फाइनेंशियल कंपनी जारी करती है. 'हिंडनबर्ग' नाम का हिटलर से भी खास कनेक्शन है. दरअसल, 1937 में जर्मनी के तानाशाह अडोल्फ हिटलर का राज हुआ करता था. तब एक एयरशिप हुआ करता था, जिसका नाम 'हिंडनबर्ग एयरशिप' था. यह अमेरिका के न्यूजर्सी प्लेन 6 मई, 1937 को ब्लास्ट हुआ और इसमें सवार 35 लोगों की मौत हो गई.


ब्लास्ट हुआ था हिंडनबर्ग का नाम 
हिंडनबर्ग एयरशिप में 16 हाइड्रोजन गैस के गुब्बारे थे. इसमें क्षमता से अधिक लोग बैठाए गए थे. रिपोर्ट्स कहती हैं कि 100 लोगों को इस एयरशिप में जबरन बैठाया गया था. जबकि हाईड्रोजन के गुब्बारों के चलते पहले भी ऐसे हादसे हुए थे, लेकिन कोई सबक नहीं लिया गया. अब हिंडनबर्ग की रिपोर्ट जारी करने वाली कंपनी का दावा है कि जैसे हिंडनबर्ग हादसे में नुकसान हुआ, वैसे ही हम शेयर बाजार में होने वाले वित्तीय हादसे से लोगों को बचाते हैं. शेयर बाजार में होने वाली गड़बड़ियों पर नजर रखते हुए कंपनी लोगों को आर्थिक नुकसान से बचाने का दावा करती है. 


साल 2017 में हुई थी स्थापना
साल 2017 में हिंडनबर्ग रिसर्च की स्थापना हुई थी. इसकी शुरुआत नाथन एंडरसन ने की थी. यह अमेरिका की शॉर्ट-सेलिंग रिसर्च फर्म है. हिंडनबर्ग रिसर्च ऐसी कंपनियों को लेकर रिपोर्ट जारी करती है, जो संभावित धोखाधड़ी, वित्तीय अनियमितताएं या कॉर्पोरेट और शेयर मार्केट की गड़बड़ियों में शामिल हो. कंपनी का यही दावा है कि इन्वेस्टर्स को गुमराह करने वाली कंपनियों को हम बेनकाब करते हैं. 


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