जनरल बाजवा पर इमरान खान को अब भी भरोसा, कहा- जल्द सरप्राइज दूंगा
एक तरफ पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल बाजवा और ISI चीफ ने पीएम इमरान खान को अल्टीमेटम देते हुए इस्तीफा देने की बात कही है, वहीं इमरान को अब भी बाजवा पर भरोसा है. उन्होंने ये दावा किया है कि अविश्वास प्रस्ताव से पहले सरप्राइज देंगे.
नई दिल्ली: इमरान खान की सत्ता के दिन लदते नजर आ रहे हैं, माना जा रहा है कि उनकी सरकार का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. कल तक पाकिस्तानी सेना के जिस चीफ के इमरान चहेते बने हुए थे, उसी बाजवा ने अब नियाजी पर नजरें टेढ़ी कर ली हैं. बाजवा ने इमरान की सत्ता से बेदखली का फरमान जारी कर दिया है. इसी बीच बाजवा को लेकर इमरान खान ने बड़ा बयान दिया है.
अविश्वास प्रस्ताव से पहले इमरान खान का बड़ा दावा
पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को लेकर इमरान खान ने कहा है कि 'आर्मी चीफ बाजवा से कोई दूरी नहीं है. जनरल बाजवा से संबंध खराब नहीं हुए हैं. मेरे खिलाफ विपक्ष दुष्प्रचार कर रहा है.'
इसके साथ ही इमरान ने बड़ा सरप्राइज देने का दावा किया है. उन्होंने कहा है कि अविश्वास प्रस्ताव से पहले सरप्राइज दूंगा. बता दें, अविश्वास प्रस्ताव पर 28 मार्च को वोटिंग होगी.
बाजवा ने दी इमरान खान को बड़ी चेतावनी
पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम को आर्मी चीफ ने चेतावनी दी है. इमरान खान को बाजवा ने इस्तीफा देने की सलाह दे दी है. उन्होंने कहा कि इमरान इस्तीफा दें और कुर्सी छोड़ें. मतलब साफ है कि पाकिस्तान में इमरान खान की कुर्सी पर खतरा गहराता जा रहा है.
इस्लामिक सहयोग संगठन (IOC) की दो दिवसीय बैठक खत्म होने के बाद बुधवार को सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने उन्हें इस्तीफा देने के लिए कह दिया है. पाकिस्तान मीडिया के मुताबिक पाकिस्तानी सेना प्रमुख और आईएसआई चीफ नदीम अंजुम की इमरान से मुलाकात के बाद बाजवा और तीन दूसरे वरिष्ठ लेफ्टिनेंट जनरलों ने उन्हें सत्ता से बेदखल करने का फरमान सुना दिया है.
पूर्व सेना प्रमुख ने की इमरान को बचाने की कोशिश
इमरान खान की पार्टी ने सरकार बचाने के लिए पूर्व सेना प्रमुख जनरल राहिल शरीफ का भी दांव खेला. राहिल शरीफ को मध्यस्थता के लिए सऊदी अरब से बुलाया गया लेकिन ये दांव भी फेल हो गया.
जनरल राहिल शरीफ ने इमरान खान की ओर से जनरल बाजवा से मुलाकात की लेकिन वह उन्हें मना नहीं पाए. सूत्रों के मुताबिक बाजवा ने इमरान को इस्तीफा देने के लिए कह दिया है.
कब पैदा हुई बाजवा-इमरान के बीच दरार?
इमरान खान और जनरल बाजवा के बीच दरार तब पैदा हुई. जब अक्टूबर 2021 में ISI चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद को हटाया गया. इमरान फैज हमीद को हटाने के पक्ष में नहीं थे. इमरान के कई फैसलों में फैज हमीद का दखल था.
इमरान और फैज की नजदीकी जनरल बाजवा को पसंद नहीं आई और बाजवा ने नदीम अंजुम को ISI चीफ बना दिया. यहीं से इमरान और सेना के बीच दूरियां बढ़ीं. पाकिस्तानी सेना इस बात से भी भड़की है कि इमरान ने यूक्रेन संकट को लेकर अमेरिका और यूरोपीय संघ को बेवजह निशाना बनाया. वह भी तब जब पाकिस्तान ने अफगानिस्तान मसले पर पश्चिमी देशों का समर्थन किया था. यही वजह है कि पाक सेना ने इमरान से साफ कह दिया कि वह ओआईसी के सम्मेलन के बाद पद से इस्तीफा दे दें.
इस बीच खबर है कि इमरान पाक सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को बरखास्त कर नए आर्मी चीफ की नियुक्ति कर सकते हैं. चर्चा है कि इमरान कुछ वैसा ही कर सकते हैं जैसे राष्ट्रपति जुल्फिकार भुट्टो ने कार्यवाहक सेना प्रमुख और एयरफोर्स चीफ को 1972 में बर्खास्त कर दिया था, लेकिन हालात इतने आसान नहीं हैं. जनरल बाजवा के समर्थन में पूरी सेना एकजुट है और पाकिस्तान के नेता भी बाजवा के साथ दिख रहे हैं. ऐसे में इमरान की कुर्सी जाती दिख रही है.
शहबाज शरीफ ने इमरान पर लगाया आरोप
नेशनल असेंबली में नेता प्रतिपक्ष शहबाज शरीफ ने बुधवार को दावा किया कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने वर्ष 2019 में सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के कार्यकाल को विस्तार देने में जान-बूझकर देरी की ताकि प्रक्रिया पर 'विवाद' उठें.
डॉन न्यूज की खबर के मुताबिक, शरीफ ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने हमेशा सेना का सम्मान किया जबकि सैन्य बलों को निशाना बनाने वाले एक सोशल मीडिया अभियान के पीछे खान के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) का हाथ था.
शहबाज शरीफ की यह टिप्पणी ऐसे समय में सामने आयी है, जब इमरान खान वर्ष 2018 में देश की सत्ता संभालने के बाद सबसे कठिन राजनीतिक परीक्षा का सामना करने जा रहे हैं. पाकिस्तान के विपक्षी दलों ने खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है, जिसे लेकर शुक्रवार को संसद का सत्र बुलाया गया है.
इसे भी पढ़ें- कुर्सी बचाने के साथ-साथ पाकिस्तानी पीएम इमरान खान के सामने नई चुनौती, जानें क्या है माजरा
खबर के मुताबिक, शरीफ ने कहा कि जब 2019 में प्रधानमंत्री खान ने सेना प्रमुख के कार्यकाल को विस्तार देने का प्रयास किया था, तब अधिसूचना में तीन बार संशोधन किया गया था. हालांकि, शरीफ ने स्वीकार किया कि उनके पास अपने दावे की पुष्टि करने के लिए कोई साक्ष्य उपलब्ध नहीं है.
इसे भी पढ़ें- Russia Ukraine War: यूक्रेनी सेना ने रूसी सैनिकों को खदेड़ा, मारियुपोल में संघर्ष तेज
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.