नई दिल्ली.   विदेश मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार रूस की मेजबानी में हो रही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक में पाकिस्तान की इस हरकत ने सीधे-सीधे बैठक के नियमों का उललंघन किया है. इस नापाक पाकिस्तानी हरकत के विरोध में भारत के NSA डोभाल ने मीटिंग से वाकआउट किया. 


ऐसा तो होना ही था 


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दरअसल यह मीटिंग रूस में शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन द्वारा आयोजित की गई थी जिसमें इस संगठन के सभी सदस्य देशों के एनएसए एक बैठक का हिस्सा बने थे. इस बैठक में पाकिस्तान ने जो भारत का नक्शा जारी किया था उसमें अगस्त माह में जम्मू-कश्मीर, लद्दाख को अपना हिस्सा दिखाया गया था. चूंकि यह शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन के सदस्य देशों के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजरों की बैठक थी इसलिए चीन के संरक्षण प्राप्त पाकिस्तान से इसी तरह की हरकत की उम्मीद थी. 


पिछले माह पास हुआ था नक्शा 


भारत विरोधी एजेंडे पर चलने वाली पाकिस्तानी सियासत की ये एक माह पुरानी चाल है. चीन के भड़काने पर पहले नेपाल ने भारत की जमीन पर अपना दावा ठोंक कर उसे नेपाल के साथ जोड़ कर अपना नया नक्शा तैयार किया और फिर उसे संसद में पास करके संवैधानिक मुहर लगा ली. चीन के इशारे पर यही हरकत अगस्त में पाकिस्तान ने की. पाकिस्तान ने नया नक्शा अपनी संसद से पास कराया था और वही नक्शा उसने रूस में मीटिंग के दौरान दिखाया. 


रूस के साथ हुई बात


पाकिस्तान की इस घटिया हरकत का विरोध करते हुए भारत के एनएसए अजीत डोभाल ने बैठक का बहिष्कार किया. भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करके भारतीय विरोध को स्वर दिया जिसमें कहा गया कि मॉस्को में रूस की मेजबानी में हो रही इस बैठक में पाकिस्तान द्वारा जो किया गया उससे बैठक के नियमों का सीधा विरोध हुआ है. भारत ने रूस से इस विषय पर विचार-विमर्श के बाद बैठक में आगे हिस्सा नहीं लिया.


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