नई दिल्लीः India Russia Relation: भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को मास्को में रूस के विदेश मंत्री व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की. इस दौरान पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अगले साल रूस की यात्रा के लिए आमंत्रित किया. साथ ही उन्होंने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कहा, अपने दोस्तों की सफलता की कामना करता हूं. उन्होंने उम्मीद जताई कि कोई भी सरकार आए (नई दिल्ली में), भारत और रूस के बीच दोस्ताना संबंध बने रहेंगे.


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'पीएम मोदी को रूस में देखकर खुशी होगी'
उन्होंने कहा, 'दुनिया भर में हो रही तमाम उथल-पुथल के बावजूद एशिया-भारत में हमारे सच्चे दोस्तों के साथ रिश्ते लगातार आगे बढ़ रहे हैं. यूक्रेन के हालात के बारे में मैंने कई बार उन्हें सलाह दी कि वहां चीजें कैसी चल रही हैं और मुझे पता है कि वह अपना सर्वश्रेष्ठ करने को तैयार हैं. हमें अपने मित्र प्रधानमंत्री मोदी को रूस में देखकर खुशी होगी. कृपया उन्हें बताएं कि हम उनकी रूस यात्रा की उम्मीद करते हैं. मुझे पता है कि भारत में अगले साल व्यस्त राजनीतिक कार्यक्रम (आम चुनाव) होगा. हम अपने मित्रों की इसमें सफलता की कामना करते हैं.'


 



अगले साल हो सकती है पुतिन-मोदी की मुलाकात
रूस की पांच दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर मास्को आए जयशंकर ने इससे पहले अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से मुलाकात की. लावरोव के साथ अपनी बातचीत के बाद संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन में जयशंकर ने कहा, उन्हें विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन अगले साल वार्षिक शिखर सम्मेलन में मिलेंगे. 


दोनों नेता लगातार संपर्क में हैंः जयशंकर
इससे पहले अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में जयशंकर ने कहा कि दोनों नेता लगातार संपर्क में रहे हैं. जयशंकर ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'आज शाम राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से उन्हें शुभकामनाएं दीं और एक निजी संदेश सौंपा. राष्ट्रपति पुतिन को उप प्रधानमंत्री डेनिस मंतुरोव और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ मेरी चर्चाओं से अवगत कराया. दोनों देशों के संबंधों को आगे बढ़ाने पर उनके मार्गदर्शन की सराहना की.'


भारत-रूस के बीच बढ़ रहा है व्यापारः पुतिन
भारत के प्रधानमंत्री और रूसी राष्ट्रपति के बीच शिखर सम्मेलन दोनों पक्षों के बीच रणनीतिक साझेदारी में सर्वोच्च संस्थागत संवाद तंत्र है. अब तक भारत और रूस में बारी-बारी से 21 वार्षिक शिखर सम्मेलन हो चुके हैं. पिछला शिखर सम्मेलन दिसंबर 2021 में नई दिल्ली में हुआ था. पुतिन ने यह भी कहा कि रूस और भारत के बीच व्यापार बढ़ रहा है, खासकर कच्चे तेल और उच्च प्रौद्योगिकी क्षेत्रों के कारण. 


उन्होंने कहा, 'हमारा व्यापार लगातार दूसरे साल स्थिर गति से बढ़ रहा है. इस साल विकास दर पिछले साल से भी अधिक है.'


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