नई दिल्ली. हालात ने मध्य पूर्व में खराब होना शुरू कर दिया है. एक के बाद एक अमेरिका और ईरान की तरफ से हमले किये जा रहे हैं एक-दूसरे पर और यह अच्छी खबर नहीं है. क्योंकि अब तो ईरान ने बाकायदा जंग का ऐलान भी कर दिया था.



शनिवार सुबह किया हमला ईरान ने 


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4 जनवरी की सुबह अपने सुप्रीम कमांडर सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए ईरान ने किया यह हमला. हमला तो अमरीकी दूतावास, जो कि पिछले हमले के बाद से निर्माणाधीन था, पर किया गया था. किन्तु राकेट से किया गया यह हमला दूतावास के बाहरी ग्रीन ज़ोन में धमाका किया जिसमें कुछ लोगों के मरने की खबर भी आई है. हमले के तुरंत बाद पास की ही मस्ज्दि में लाल झंडा फहराया गया जो कि जंग का ऐलान होता है और उसका अर्थ ये भी है कि वहां के लोग जंग के लिए तैयार हो जाएँ.


अब तक लिया जा रहा था बदला 


शुरुआत ईरान की तरफ से हुई. ईराक में मौजूद अमरीका विरोधी ईरानी कटटरपंथियों ने कुछ दिन पहले बगदाद स्थित अमरीकी दूतावास पर हमला किया था जिसका बदला अमेरिका ने शीर्ष ईरानी जनरल सुलेमानी को मार कर लिया. उसके बाद फिर अमरीका ने एक और हवाई हमला किया जिसके जवाब में अब ईरान ने अमरीकी दूतावास पर राकेट से हमला करके बाकायदा जंग का ऐलान कर दिया है. 



ट्रम्प ने भी अमरीकी झंडा ट्वीट किया था


बगदाद एयरपोर्ट पर अमेरिका ने हवाई हमला करके ईरान के कुद्स फोर्स के चीफ कासिम सोलेमानी समेत कुल 8 कटटरपंथी कमांडरों को मौत के घाट उतार दिया था. इस हमले में सुलेमानी की मौत का जश्न मनाते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका का झंडा ट्वीट किया था. 


जामकरन मस्जिद पर फहराया झंडा 


ईरान ने इस जंग को जिहाद की जंग बनाया है. अपने हालिया हमले के बाद जामकरन मस्जिद पर लाल झंडा फहरा कर उसने यही संकेत दिया है. इससे पहले मुस्लिम धर्मगुरु हुसैन साहब ने कर्बला युद्ध के समय इस मस्जिद पर झंडा फहराया था. 


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