ईरान में कोरोना ने कैदियों की मदद की, छोड़े गए 54 हज़ार कैदी
इतना बढ़ गया है ईरान में कोरोना का खौफ कि मजबूरन सरकार को 54 हजार से ज्यादा कैदियों को छोड़ना पड़ गया है.
नई दिल्ली. इटली और ईरान दुनिया में ये दो देश ऐसे हैं जहां कोरोना कंट्री के वायरस ने सबसे ज्यादा असर दिखाया है. चीन के बाद ईरान में भी कोरोना वायरस तेजी से संक्रमण फैला रहा है. कोरोना वायरस के बढ़ते कहर से डर कर ईरान सरकार ने अपनी जेलों से 54 हजार से ज्यादा कैदियों को जमानत पर छोड़ दिया है.
तेहरान में कोरोना का आतंक
ईरान की राजधानी तेहरान में लगातार कोरोना को लेकर बैठकें चल रही हैं. कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनज़र सरकार ने फौरी तौर पर एक बड़ा कदम उठा लिया है. ईरान की जेलों में बंद 54 हजार से ज्यादा कैदियों को रिहा कर दिया है. हालांकि ये रिहाई सशर्त है और इन कैदियों को जमानत भी देनी पड़ी है.
ईरान के तेईस सांसदों को हुआ है कोरोना
ईरान में कोरोना ने सबसे ज्यादा संसद में अपना प्रकोप दिखाया है. ईरान सरकार के 23 सांसद भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं. न्यायपालिका के अधिकारियों के अनुसार जमानत पर रिहा किए गए सभी कैदियों की जांच की गई है और संतोष की बात है कि इनमें से किसी का भी सैंपल पॉजिटिव नहीं पाया गया है. इसलिए अस्थाई तौर पर उनको जमानती रिहाई दी गई है.
कोरोना मौतों की संख्या 77 पहुंची
ईरान में कोरोना से मरने वालों की तादात सतत्तर हो गई है. तेहरान मीडिया ने बताया कि ईरान सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार कोरोना वायरस की चपेट में आकर मरनेवालों की संख्या 77 हो गई है जबकि 2300 से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं. इतना ही नहीं, 290 ईरानी संसदों में से 23 कोरोना वायरस के मरीज बन गए हैं और खुद ईरान की उपराष्ट्रपति मासूमेह एब्तेकार भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गई हैं.
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