नई दिल्लीः इजरायल-हमास के बीच 7 अक्टूबर को शुरू हुई जंग के रुकने के कोई आसार नहीं दिख रहा है. हालात दिन-प्रतिदिन खराब होते जा रहे हैं. हमास के हमलों के बाद इजरायल की जवाबी कार्रवाइयों ने गाजा को तबाह कर दिया है. आम लोग भी इसकी चपेट में आए हैं. वहीं इजरायल गाजा को बिजली, पानी, ईंधन आदि आपूर्ति भी रोक चुका है. वहीं खाने-पीने की आपूर्ति रोकने को लेकर ऑक्सफैम ने कहा कि इजरायल इसे युद्ध के हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है.


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रोज गाजा में 104 ट्रकों पहुंचाने की जरूरत 
ऑक्सफैम मे बुधवार को एक बयान में कहा, 'पूर्ण घेराबंदी के बाद से गाजा में बांटे जाने वाले भोजन का केवल दो प्रतिशत हिस्सा पहुंचा है.' तत्काल खाद्य संकट को दूर करने के लिए गाजा में भोजन पहुंचाने को प्रतिदिन लगभग 104 ट्रकों की आवश्यकता होगी.  


वैश्विक नेता चुपचाप बैठकर नहीं देख सकते
ऑक्सफैम के मिडिल ईस्ट डायरेक्टर सेली अबी खलील ने कहा, हालात भयावह है. मानवता कहां है? दुनिया के सामने लाखों लोगों एक साथ दंडित किया जा रहा है. भुखमरी को युद्ध के हथियार के रूप में इस्तेमाल करने का कोई औचित्य नहीं हो सकता है. वैश्विक नेता चुपचाप बैठकर देखते नहीं रह सकते हैं. उनका दायित्व है कि वे अभी से कार्रवाई करें.


हर दिन हालात बदतर होते जा रहे हैंः खलील
उन्होंने कहा, हर दिन हालात बदतर होते जा रहे हैं. लगातार बमबारी से बच्चों को गंभीर आघात का सामना करना पड़ रहा है. उनका पीने का पानी प्रदूषित है. जल्द ही उनके परिवार उन्हें खाना खिलाने में भी सक्षम नहीं होंगे. गाजा के लोगों से और कितना कुछ सहने की उम्मीद है?


गाजा में जमीनी आक्रमण की तैयारी
वहीं इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उनका देश अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है और गाजा में जमीनी आक्रमण करने की तैयारियां की जा रही हैं और 'हमास के सभी सदस्यों की मौत करीब हैं.' उन्होंने बुधवार शाम को राष्ट्र को दिए संबोधन में कहा कि युद्ध के दो मुख्य लक्ष्य 'हमास की सैन्य और शासन क्षमताओं को नष्ट कर उसका खात्मा करना और हमारे बंधकों को घर वापस लाने के लिए हरसंभव कदम उठाना है.'


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