नई दिल्लीः इजराइली सेना की ओर से गुरुवार को वेस्ट बैंक के टकराव वाले क्षेत्र में छापेमारी के दौरान की गई गोलीबारी में 60 वर्ष की एक महिला सहित कम से कम नौ फलस्तीनी मारे गए और कई अन्य घायल हो गए. यह जानकारी फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने दी. इजराइली सेना ने एक अलग घटना में 22 वर्ष के एक फलस्तीनी को गोली मार दी. 


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इजराइल के साथ सुरक्षा समन्वय रोक सकता है फलस्तीन
इस संबंध में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आशंका है कि फलस्तीनी इजराइल के साथ सुरक्षा समन्वय रोक देंगे. इस्लामी चरमपंथियों को काबू करने के साझा प्रयास में दोनों पक्ष सुरक्षा संबंध रखते हैं. यह संघर्ष उस समय हुआ, जब इजराइली सेना ने जेनिन शरणार्थी शिविर में दिन के समय एक अभियान चलाया. 


इजराइली कार्रवाई का केंद्र बना हुआ है ये शरणार्थी शिविर
इजराइली सेना ने कहा कि उक्त अभियान इजराइलियों के खिलाफ एक आसन्न हमले को रोकने के लिए था. गाजा को नियंत्रित करने वाले इस्लामी उग्रवादी समूह हमास ने बदला लेने की धमकी दी. संबंधित शरणार्थी शिविर वेस्ट बैंक में चरमपंथियों का एक गढ़ है और यह लगभग एक साल से इजराइल की कार्रवाई का केंद्र बना हुआ है. 


मृतकों में से कम से कम एक की पहचान फलस्तीनियों ने एक चरमपंथी के रूप में की, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि कितने अन्य लोग सशस्त्र समूहों से जुड़े थे. 


संघर्ष तेज होने के बाद इलाके में बढ़ गया है तनाव
इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने एक सुरक्षा ब्रीफिंग के बाद कब्जे वाले वेस्ट बैंक में और गाजा पट्टी के साथ इजराइल की सीमा पर हाई अलर्ट का निर्देश दिया. इजराइलियों और फलस्तीनियों के बीच तनाव बढ़ गया है, क्योंकि फलस्तीनी हमलों के बाद इजराइल ने वेस्ट बैंक में रात के दौरान छापे शुरू किए हैं. इस महीने संघर्ष तेज हुआ है, क्योंकि इजराइल में धुर-दक्षिणपंथी सरकार सत्ता में आई और उसने फलस्तीनियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का संकल्प लिया. 


अमेरिकी विदेश मंत्री करने वाले हैं इलाके का दौरा
हिंसा में वृद्धि के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन आगामी दिनों में इस क्षेत्र में आने वाले हैं. उम्मीद है कि वह ऐसे कदमों पर जोर देंगे, जिनसे फलस्तीनियों का जीवन सुगम होगा. फलस्तीनी मीडिया द्वारा प्रकाशित तस्वीरों में दो मंजिला एक इमारत की जली हुई बाहरी दीवारें और एक सड़क पर बिखरा हुआ अन्य मलबा दिखता है. 


फलस्तीन ने बचाव कर्मियों को रोकने का लगाया आरोप
फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्री मे अल-कैला ने कहा कि पैरामेडिकल कर्मी संघर्ष के बीच घायलों तक पहुंचने के लिए संघर्षरत थे. वहीं, जेनिन के गवर्नर अकरम राजौब ने कहा कि सेना ने आपातकालीन कर्मियों को घायलों को वहां से निकालने से रोका. दोनों अधिकारियों ने सेना पर एक अस्पताल के बाल चिकित्सा वार्ड में आंसू गैस के गोले दागने का आरोप लगाया, जिससे बच्चों का दम घुटने लगा. 


फलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने तीन दिन के शोक की घोषणा की और झंडे को आधा झुकाने का आदेश दिया. फलस्तीनी अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आवाज उठाने का आह्वान किया.


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