नई दिल्ली: इजरायल और फिलिस्तीन के बीच 10 मई को शुरू हुआ संघर्ष 11 दिन के खून खराबे के बाद गुरुवार देर रात समाप्त हो गया. इजरायल ने मिस्र की मध्यस्थता में एकतरफा युद्धविराम के लिए सहमति दे दी. इजरायल और हमास ने बगैर किसी शर्त के युद्ध विराम को स्वीकार कर लिया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ऐसे में दोनों देशों के बीच युद्धविराम की घोषणा होने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपित जो बाइडेन ने इजरायल और फिलिस्तीन के बीच हुए संघर्ष में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति शोक-संवेदना प्रकट की. उन्होंने कहा, इजरायल और फिलिस्तीन के जिन लोगों ने भी इस संघर्ष में अपने चाहने वालों को खोया है मैं उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. 


दोनों पक्ष  युद्ध विराम को अपनी जीत बताते दिख रहे हैं. हालांकि 10 मई से शुरू हुए और 11 दिन चले इस संघर्ष में तकरीबन 230 फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए. वहीं इजरायल के 12 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. अमेरिकी राष्ट्रपति ने इजरायली नागरिकों की आयरन डोम द्वारा जान बचाने के बारे में कहा, अमेरिका और इजरायल द्वारा साझा रूप से विकसित किए गए आयरन डोम सिस्टम ने अनगिनत लोगों की जान बचाई है. जब से ये विवाद शुरू हुआ है बाइडेन बेंजामिन नेतन्याहू को इस सिस्टम के लिए मिसाइल उपलब्ध कराने और उनके देश की सुरक्षा को चाक चौबंद रखने में पूरा सहयोग देने की बात कहते रहे हैं. 


बाइडेन ने आगे कहा कि अमेरिकी संयुक्त राष्ट और अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर तीव गति से मानवीय सहयोग प्रदान करेगा जिसमें गाजा में पुनर्निमाण भी शामिल है. हम ये काम फिलिस्तीनी अथॉरिटी के साथ मिलकर इस तरह करेंगे जिसमें हमास शामिल नहीं होगा साथ ही वो अपने हथियारों का जखीरा दोबार इकट्ठा ना कर सके. 


मेरा मानना है कि इजरायलियों और फिलिस्तीनियों दोनों को सुरक्षा, स्वतंत्रता समृद्धि के साथ लोकतंत्र का आनंद उठाने का अधिकार है. 


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.