नई दिल्ली.   ट्रम्प (Trump) ने हर मौके पर कोरोना वायरस (Corona Virus) को चीनी वायरस (Wuhan Virus) कहा. चीन ने इस पर हर बार ऐतराज़ जताया, बावजूद इसके ट्रम्प नहीं माने. अब उसी चीन से जब ट्रम्प को जिनपिंग (Xi Jinping) का गुडविल मैसेज आया है तो इसका जवाब देना किसी धर्मसंकट से कम नहीं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


सबसे पहले ट्रम्प ने लगाया था साजिश का आरोप


ट्रम्प हमेशा कहते रहे हैं कि चीन ने एक साज़िश के तहत कोरोना वायरस फैलाया. इस आरोप के पीछे ठोस वजह भी है. पिछले साल नवंबर तक कोरोना वायरस के फैलने की शुरूआत हो गई थी. इसे चीन ने छिपा लिया.  नतीजा ये हुआ कि चीन के वुहान से हर दिन अमेरिका में सैकड़ों लोग आते रहे. नवंबर 2019 के दूसरे हफ्ते से जनवरी 2020 तक वुहान से कुल 378 फ्लाइट्स अमेरिका पहुंची. हजारों लोग इससे वुहान से सीधे अमेरिका पहुंचे. जाहिर है वायरस इसी रास्ते अमेरिका में फैलता चला गया.



इतना ही नहीं, इस दौरान वुहान की यात्रा करने वाले करीब 4 लाख 30 हजार लोग अलग-अलग देशों से होकर अमेरिका पहुंच गए. ट्रम्प का आरोप रहा है कि चीन ने अगर समय पर कोरोना वायरस के फैलने के बारे में बताया होता तो उनका देश इस आपदा से बच जाता. हालात इतने खराब नहीं होते. इसलिए ट्रम्प चीन को कोरोना फैलाने का गुनहगार बताते रहे हैं. कोरोना की वजह से अमेरिका में अब तक 2 लाख 13 हजार से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इससे अमेरिका में चीन को लेकर बहुत ज्यादा गुस्सा है.


ट्रम्प ने किया चीन को सबक सिखाने का ऐलान


ट्रम्प यहां तक कह चुके हैं कि इस गुनाह के लिए अमेरिका चीन को सबक सिखाकर रहेगा. इस एक्शन से पहले ही ट्रम्प खुद इस वायरस से संक्रमित हो गए. वो भी तब जबकि ये वक्त चुनाव प्रचार का है. 2 अक्टूबर को ट्रम्प और उनकी पत्नी मेलानिया की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. जिसके बाद से वे वाशिंगटन से वे सैन्य अस्पताल में हैं.



अमेरिका में 3 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होना है लेकिन अब कोरोना संक्रमण ने ट्रम्प के प्रचार पर लंबा ब्रेक लगा दिया है. कम से कम 10 से 14 दिनों तक उन्हें क्वारंटीन रहना होगा. ये वही वायरस है जिसने ट्रम्प के विरोधियों को उन्हें घेरने का बड़ा मुद्दा पहले ही दे दिया है.


दूसरी प्रेसिडेंशियल डिबेट में ट्रम्प की चुनौती बढ़ी


अमेरिका में दूसरे दौर की प्रेसिडेंशियल डिबेट 15 अक्टूबर को होनी है. यानी ट्रम्प के सामने चीनी वायरस ने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है.  इस बीच ट्रम्प ने शुभकामनाएं भेजने वाले तमाम लोगों को थैंक्स कहा है. जिनपिंग के मैसेज से पहले ही उन्होंने इसको लेकर ट्वीट किया था. रही बात जिनपिंग के गुडविल मैसेज पर धन्यवाद कहने की..तो ट्रम्प ने सार्वजनिक तौर पर इसका कोई जवाब नहीं दिया है.  वहीं चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि 'राष्ट्रपति शी जिनपिंग का ट्रम्प को भेजा गया गुडविल मैसेज प्रतिद्वंद्विता के बावजूद एक बड़े देश का रवैया दिखाता है'. ये तंज जले पर नमक छिड़कने से कम नहीं.



देश और दुनिया की हर एक खबर अलग नजरिए के साथ और लाइव टीवी होगा आपकी मुट्ठी में. डाउनलोड करिए ज़ी हिंदुस्तान ऐप, जो आपको हर हलचल से खबरदार रखेगा... नीचे के लिंक्स पर क्लिक करके डाउनलोड करें-


Android Link - https://play.google.com/store/apps/details?id=com.zeenews.hindustan&hl=en_IN


iOS (Apple) Link - https://apps.apple.com/mm/app/zee-hindustan/id1527717234