जो बाइडेन के घर से मिले `गोपनीय दस्तावेजों` का क्या है सच? जानें खुलासे की बड़ी बातें
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने घर और पुराने ऑफिस से मिले गोपनीय दस्तावेजों के बारे में में कहा है कि `वहां कुछ नहीं है.`
नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उनके आवास और पूर्व कार्यालय में गोपनीय दस्तावेज और आधिकारिक रिकॉर्ड पाए जाने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि 'वहां कुछ नहीं है.' बाइडेन ने बृहस्पतिवार को संवाददाताओं से कहा, 'हमने पाया कि बड़ी संख्या में दस्तावेज गलत जगह पर हैं, तो हमने उन्हें तत्काल न्याय मंत्रालय को सौंप दिया.'
विवाद के जल्द सुलझ जाने का दिया आश्वासन
राष्ट्रपति ने कहा, 'मैं पूरी तरह से सहयोग कर रहा हूं और विवाद के जल्द सुलझ जाने को लेकर आश्वस्त हूं. मेरा मानना है कि आप पाएंगे कि वहां कुछ नहीं है.' गौरतलब है कि राष्ट्रपति कार्यालय ने खुलासा किया था कि बाइडेन के वकीलों को हाल के महीनों में चार बार गोपनीय दस्तावेज और आधिकारिक रिकॉर्ड मिले हैं.
ये दस्तावेज दो नवंबर को वाशिंगटन के पेन बाइडेन सेंटर में, आगे की तलाश में 20 दिसंबर को डेलवेयर के वेल्मिंगटन में राष्ट्रपति के आवास के गैराज में तथा 11 और 12 जनवरी को राष्ट्रपति के आवास के पुस्तकालय में पाए गए थे.
इससे मैं परेशान हो जाते हैं राष्ट्रपति जो बाइडेन
अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने मैरीलैंड के पूर्व अमेरिकी अटॉर्नी रॉबर्ट हर को दस्तावेज मामले में न्याय मंत्रालय की जांच की निगरानी के लिए पिछले सप्ताह विशेष वकील नियुक्त किया था. राष्ट्रपति बाइडेन इन दस्तावेजों के बारे में लगातार प्रश्न पूछे जाने पर झल्ला पड़े और उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'इससे मैं परेशान हो जाता हूं.'
उन्होंने कहा यहां कैलिफोर्निया में 'हमारे पास और भी गंभीर समस्याएं हैं और आप मुझसे उस बारे में सवाल क्यों नहीं पूछते.' माना जा रहा है कि बाइडेन के सहयोगियों को जो गोपनीय दस्तावेज मिले हैं, वे संभवतः 2009 से 2016 तक उनके उपराष्ट्रपति रहने के दौरान के हैं.
..और अमेरिका में खड़ा हो गया राजनीतिक तूफान
ओबामा प्रशासन के समय के माने जा रहे इन गोपनीय दस्तावेजों के बाइडेन के यहां मिलने से देश में राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया है और इस घटनाक्रम की तुलना बाइडेन के पूर्ववर्ती डोनाल्ड ट्रंप द्वारा व्हाइट हाउस छोड़ने के दौरान अपने साथ सैकड़ों गोपनीय दस्तावेज लेने जाने के मामले से की जा रही है.
न्याय मंत्रालय का कहना है कि 2021 की शुरुआत में व्हाइट हाउस छोड़ते वक्त बाइडेन अपने साथ सैकड़ों गोपनीय दस्तावेज ले गए थे और उन्होंने संबंधित दस्तावेजों को लौटाने के आग्रह की लगातार अनदेखी की थी.
इसे भी पढ़ें- Rishi Sunak Apologises: ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने देशवासियों से क्यों मांगी माफी? कार में कर दी थी ये गलती
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.