इस्लामाबादः पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने रविवार को दोहराया कि जबतक कश्मीरी संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के तहत आत्म निर्णय के अधिकार को प्राप्त नहीं कर लेते तबतक उनका देश उन्हें कूटनीतिक, राजनीतिक और नैतिक समर्थन देना जारी रखेगा. पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की विधानसभा के विशेष सत्र को मुजफ्फराबाद में संबोधित करते हुए शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के तहत हमेशा जम्मू-कश्मीर मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान पर जोर दिया है.


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कई इलाकों का दिया उदाहरण
उन्होंने कहा कि नस्लीय आधार पर पूर्वी तिमोर, दारफुर और दुनिया के अन्य इलाकों को आजादी दी गई, लेकिन वही आधार जम्मू-कश्मीर और फलस्तीन पर लागू नहीं किया गया. शरीफ ‘कश्मीर एकता दिवस’ के मौके पर बोल रहे थे जो पाकिस्तान कश्मीरियों के प्रति समर्थन व्यक्त करने के लिए मनाता है. प्रधानमंत्री शरीफ ने अलग से जारी एक विशेष संदेश में कहा कि पाकिस्तान की जनता ‘‘ उनकी (कश्मीरियों) आत्मनिर्णय के अपरिहार्य अधिकार के लिए जारी न्योचित संघर्ष के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और अपने समर्थन को दोहराती है. 


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बिलावल भुट्टो ने भी उगला जहर
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने कहा कि जम्मू-कश्मीर विवाद पाकिस्तान की विदेश नीति का ‘अहम स्तंभ बना रहेगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम कश्मीरी लोगों का बिना शर्त नैतिक, कूटनीतिक और राजनीतिक समर्थन जारी रखेंगे.’’ पाकिस्तानी सेना के शीर्ष अधिकारियों ने भी कश्मीरियों की ‘संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव के तहत आत्मनिर्णय के अधिकार’’के लिए जारी संघर्ष के प्रति समर्थन व्यक्त किया . इस्लामाबाद, मुजफ्फराबाद, गिलगित और चारों सूबों की राजधानियों में एकजुटता मार्च निकाला गया.


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