लंदन. हैरानी की बात है मगर सच है. भारत विरोध का ज़हर सात समंदर पार जा कर भी नहीं गया कुछ लोगों के दिमाग से. कश्मीर और पाकिस्तान मूल के मुस्लिम नेता जो कि ब्रिटैन की पार्लियामेंट में नेतागिरी करने में लगे हैं अब एक सुर में भारत से पंगा लेने का मन बना रहे हैं और तुर्रा ये है कि ये कश्मीरियों के हक की लड़ाई है..



पाकिस्तानी षड्यंत्र का हिस्सा हैं ये लोग


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इसमें कोई शक नहीं, पाकिस्तान के लिए यूनाइटेड नेशंस ऑर्गनाइजेशंस हो या यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका या यूनाइटेड किंगडम- हर जगह भारत के विरुद्ध दुष्प्रचार की कोशिश में लगा रहता है. पाकिस्तान की कोशिश होती है कि वह बाहर के इन बड़े देशों और संगठनों में नेतागिरी कर रहे मुस्लिम नेताओं को यूनाइटेड मुस्लिम ब्रदरहुड के एजेंडे के अंतर्गत पटा कर उनके माध्यम से भारत पर हर स्तर के हमलों को अंजाम दे.  
 
ब्रिटिश पार्लियामेंट में जीते हैं ये मुस्लिम सांसद 


इस बार हाल ही में सम्पन्न हुए ब्रिटिश आम चुनावों में पाकिस्तान और कश्मीरी मूल के 15 सांसद जीत कर संसद पहुंचे हैं. पाकिस्तान इनके कंधों पर बंदूक रख कर भारत को इन सांसदों के माध्यम से निशाना बनाने की ताक में नज़र आता है. 



ब्रिटिश प्रधानमंत्री भारत-परस्त हैं 


ये बात दीगर है कि इस बार ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने भारत हित को तरजीह देने के अपने इरादे साफ़ कर दिए हैं. उन्होंने हाल ही में घोषणा भी की थी कि वे भारत और ब्रिटेन के संबंधों को उच्च स्तर पर ले जाने की दिशा में पूरा प्रयास करेंगे. 


इन ब्रिटिश सांसदों की धमकी 


कहते हैं नया मुल्ला प्याज बहुत खता है. इसी तर्ज पर इन नए नवेले ब्रिटिश मुस्लिम सांसदों ने बयान जारी किया है कि वे कश्मीर के लोगों की आवाज ब्रिटेन की संसद में भी उठाएंगे और बाहर की दुनिया में भी पूरे ज़ोर से इस बात पर समर्थन जुटाएंगे कि भारत ने कश्मीरियों के साथ नाइंसाफी की है. 


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