लंदन: NASA Dart Mission: नासा ने ऐतिहासिक डार्ट मिशन को सफलतापूर्वक पूरा किया है, जो भविष्य में अंतरिक्ष से आने वाले खतरों (जैसे एस्टेरॉयड) से धरती की रक्षा करेगा. दरअसल नासा ने अंतरिक्ष में अपने स्पेसक्राफ्ट से एस्ट्रेरॉयड की टक्कर कराई है. इसका मकसद एस्टेरॉयड की दिशा और रफ्तार में बदलाव करना था, जिससे अगर भविष्य में इस तरह का कोई एस्ट्रेरॉयड पृथ्वी की ओर आता है तो उसे ऐसी ही टक्कर मारकर नष्ट कर दिया जाए. या फिर उसकी दिशा बदल दी जाए.


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आज यानी सोमवार 27 सितंबर की सुबह 4 बजकर 45 मिनट पर नासा ने इस मिशन को अंजाम दिया है. हालांकि इस टक्कर का क्या परिणाम हुआ इसकी रिपोर्ट आनी है. नासा मानकर चल रहा है कि यह प्रयोग सफल रहा है. 


बेहद विशाल एस्टेरॉयड
स्पेसक्राफ्ट जिस एस्टेरॉयड से टकराया है उसका नाम है डिमॉरफोस (Dimorphos). यह किसी स्पोर्ट्स स्टेडियम के बराबर विशाल है. डिमॉरफोस एक दूसरे एस्टेरॉयड एस्टेरॉयड डिडिमोस (Didymos) के चारों ओर चक्कर काटता है. नासा डार्ट के जरिए ये देखना चाहता था कि क्या एस्टेरॉइड पर स्पेसक्राफ्ट की टक्कर का कोई प्रभाव पड़ता है या नहीं ? क्या टक्कर से एस्टेरॉइड की दिशा और रफ्तार पर असर पड़ता है या नहीं ? 


आंकड़ों में समझें मिशन की बड़ी बातें
-डिडिमोस (Didymos) का व्यास कुल 2600 फीट है.
-डाइमॉरफोस इसके चारों तरफ चक्कर लगाता है. उसका व्यास 525 फीट है.  
-स्पेसक्राफ्ट ने करीब 22,530 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से डाइमॉरफोस से टक्कर की. 
-नासा ने पृथ्वी के चारों तरफ 8000 से ज्यादा नीयर-अर्थ ऑब्जेक्ट्स (NEO) रिकॉर्ड किए हैं.
-इनमें से कुछ 460 फीट व्यास से ज्यादा बड़े हैं, अगर ये धरती से टकराते हैं कई शहरों को नष्ट कर सकते हैं. 

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